सत्य साईं बाबा के कमरे में अथाह खजाना
१८ जून २०११गुरुवार को यजुर मंदिर का ताला खोलकर उसके अंदर के सामान का हिसाब किया गया. केंद्रीय सत्य साईं ट्रस्ट के इस अभियान में सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज एपी मिश्रा व कर्नाटक हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज वैद्यनाथ उपस्थित थे. इसके अलावा आयकर विभाग की ओर से एक आकलनकर्ता नियुक्त किया गया था, जिन्होंने वहां मौजूद सोने, चांदी व जवाहरात का हिसाब लगाया. सत्य साईं बाबा के भतीजे आरजे रत्नाकर ने पत्रकारों को ये सूचनाएं दी. उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य पारदर्शी तरीके से मूल्यवान चीजों का हिसाब लगाना था.
प्रशांति निलयम में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में सेंट्रल ट्रस्ट के खाते में नगद धनराशि जमा कर दी गई है. रत्नाकर ने कहा कि सोना, चांदी व जवाहरात आयकर विभाग को सौंप दिया गया है.
28 मार्च को सत्य साईं बाबा बीमार होकर अस्पताल जाने के बाद से यजुर मंदिर बंद पड़ा था. इस बीच अफवाहें फैल रही थीं कि उनकी बीमारी के दौरान ही यजुर मंदिर से कीमती चीजें हटा ली गई हैं. सत्य साईं बाबा के देहांत के बाद 15 जून को सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट की बैठक में निर्णय लिया गया कि भारतीय स्टेट बैंक के सेफ डिपॉजिट वॉल्ट से चाभी हासिल करते हुए यजुर मंदिर को खोला जाए व अंदर के सामान का हिसाब लगाया जाए.
रिपोर्ट: पीटीआई/उभ
संपादन: ओ सिंह