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सत्य साईं बाबा के उत्तराधिकारी पर सवाल

२५ अप्रैल २०११

सत्य साईं बाबा की मृत्यु के बाद उनके ट्रस्ट के उत्तराधिकारी को लेकर सवाल उठ रहे हैं. साईं बाबा के ट्रस्ट की कीमत 40,000 करोड़ से लेकर 1.5 लाख करोड़ रुपयों तक लगाई जा रही है. बुधवार को होगा साईं बाबा का अंतिम संस्कार.

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तस्वीर: AP

1971 में साईं बाबा ने इस ट्रस्ट की स्थापना की. इसके तहत एक विश्वविद्यालय, कई अस्पताल और सांस्कृतिक केंद्र हैं. इनके जरिए सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ाया जाता है. दुनिया भर से साईं बाबा के लगभग तीन करोड़ भक्त इस ट्रस्ट में धन भेजते हैं. ट्रस्ट की शाखाएं चेन्नई, पुट्टपार्थी, हैदराबाद, बैंगलोर और यहां तक की अमेरिका में भी स्थापित की गई हैं. ट्रस्ट पूरी तरह करों से मुक्त है.

साईं बाबा की संपत्ति के ट्रस्टीज में जस्टिस पीएन भगवती, पूर्व सीवीसी एसवी गिरी और चेंबर्स ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री सीआईआई के राष्ट्रीय प्रमुख वी श्रीनिवासन भी शामिल हैं. अब तक साईं बाबा के उत्तराधिकारी को लेकर इन से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.

कौन संभालेगा ट्रस्ट?

माना जा रहा है कि पूर्व आईएएस अधिकारी के चक्रवर्ती साईं बाबा ट्रस्ट की जिम्मेदारी संभालेंगे. 1981 में आईएएस छोड़कर चक्रवर्ती ने अपनी जिंदगी पुट्टपार्थी में सत्य साईं बाबा को सौंप दी थी. 1994 से लेकर चक्रवर्ती ट्रस्ट के सचिव हैं और बाबा के करीबी माने जाते हैं. लेकिन कई लोगों का मानना है कि चक्रवर्ती ने साईं बाबा को आम लोगों से दूर रखा है. उत्तराधिकारी के तौर पर साईं बाबा के भाई जानकीराम के बेटे आरजे रत्नाकर के बारे में भी सोचा जा रहा है कि वे ट्रस्ट की जिम्मेदारी लेंगे. लेकिन ज्यादातर लोग उन पर विश्वास नहीं करते. उत्तराधिकारी के पद के लिए तीसरे संभावित व्यक्ति हैं सत्यजीत जिन्होंने पांच साल की उम्र से सत्य साईं स्कूल में पढ़ाई की और फिर उसी विश्वविद्यालय से एमबीए कर अपनी पूरी जिंदगी साईं बाबा की सेवा में बिताई. उनके बारे में लोगों का कहना है कि वह इतने अहम व्यक्ति हैं कि उनकी इजाजत के बिना कोई भी साईं बाबा के खास प्रशांति निलयम में अंदर नहीं जा सकता.

सरकार दे सकती है दखल

ट्रस्ट के सदस्यों को डर है कि आंध्र प्रदेश सरकार हिंदू धार्मिक और परोपकारी नियम 1959 के तहत ट्रस्ट की संपत्ति जब्त कर सकती है. हालांकि आयकर मंत्री एन रघुवीर रेड्डी ने कहा है कि ऐसा नहीं किया जाएगा. लेकिन सत्य साईं बाबा की मृत्यु के बाद सरकार किसी भी वक्त मामले में दखल दे सकती है. सत्य साईं बाबा के भक्तों का मानना था कि उनकी मृत्यु उनके 96वें वर्ष पूरे होने पर होगी. उनकी भविष्यवाणी के मुताबिक, कर्नाटक के माण्ड्या जिले में 2030 में उनका उत्तराधिकारी पैदा होगा.

रविवार 25 अप्रैल 2011 को सत्य साईं बाबा की सुबह मृत्यु हुई. दो दिन उनका शरीर भक्तों के दर्शनों के लिए रखा गया है. लाल कृष्ण आडवाणी, जय ललिता, क्रिकेटर अर्जुन रणतुंगे सहित कई मशहूर लोगों ने साईं बाबा की मृत्यु पर शोक जाहिर किया है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक सचिन तेंदुलकर उनकी मौत के समाचार से इतने दुखी हुए कि उन्होंने काफी समय खुद को कमरे में बंद रखा.

रिपोर्टःपीटीआई/एमजी

संपादनःआभा एम

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