संकट में लंदन का मशहूर भारतीय रेस्तरां
लंदन के एक ऐतिहासिक भारतीय रेस्तरां को तोड़ कर बुटिक होटल बनाने की योजना ने शहर में हलचल मचा दी है. भारत और ब्रिटेन के कई हाई प्रोफाइल लोग, बुद्धिजीवी, एंग्लो इंडियन कारोबारी और सांसद इसके विरोध में हैं.
लंदन में वेस्ट एंड के पास मौजूद द इंडियन क्लब रेस्तरां अपने इतिहास की कहानियां बयान कर इमारत के मालिकों के उस प्रस्ताव को रोकने की कोशिश में है जिसके तहत इसे एक बुटिक होटल में तब्दील किया जाना है.
क्लब के वर्तमान निदेशक यादगार मार्कर कहते हैं, "यह एक ऐतिहासिक जगह है, हमने यहां कुछ भी नहीं बदला. यहां तक कि ये टेबल भी 50 के दशक के हैं, यह किसी म्यूजियम जैसा है."
इस क्लब को यहां भारत के पहले उच्चायुक्त कृष्णा मेनन ने 1950 के दशक के शुरुआती दौर में शुरू किया था. तब देश के प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू इसके संस्थापक सदस्यों में थे. यह क्लब लेखकों, बुद्धिजीवियों और राजनेताओं के लिए मिलने की जगह रही है.
मार्स्टन प्रॉपर्टीज ने इसी साल 8 सितंबर को वेस्टिमिंस्टर काउंसिल को इस इमारत के कुछ हिस्से को गिरा कर इमारत के विस्तार के लिए आवेदन दिया. फिलहाल इस इमारत में भूतल पर एक बेकरी, एक सुविधा स्टोर है जबकि उपर की मंजिलों पर इंडिया क्लब और होटल स्ट्रैंड कॉन्टिनेंटल मौजूद है.
पिछले 20 साल से क्लब और होटल चला रहे मार्कर कहते हैं जब उन्हें कंपनी की योजना के बारे में ईमेल से पता चला तो उन्हें बहुत हैरानी हुई. क्लब ने इस इमारत को संरक्षित इमारत का दर्जा दिलाने के लिए हिस्टोरिक इंग्लैंड से गुहार लगाई है. सांस्कृतिक महत्व की इमारतों को बचाए रखने के लिए ब्रिटिश सरकार से अनुरोध का अधिकार इसी संस्था को है.
संस्था के प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि की है कि इस महीने की शुरुआत में संस्था के प्रतिनिधियों ने क्लब का दौरा किया और इसे संरक्षित इमारत में रखा जाए या नहीं इसका फैसला 19 जनवरी 2018 को होगा.
उधर मार्ट्सन प्रॉपर्टीज के साइमन मार्शल का कहना है कि वह हिस्टोरिक इंग्लैंड के साथ सहयोग कर रहे हैं ताकि इस इमारत के सही ऐतिहासिक संदर्भ को स्थापित किया जा सके. उनका यह भी कहना है कि इस इमारत में बदलाव करने के बारे में आखिरी फैसला नहीं लिया गया है.
लंबे समय से क्लब के भरोसेमंद ग्राहक रहे लोग भी अपना समर्थन इसे दे रहे हैं. अब तक इसके पक्ष में चलाए गए अभियान पर 14,000 से ज्यादा लोगों ने दस्तखत किये हैं. मूर्तिकार अनीष कपूर, लेखक विल सेल्फ और भारतीय सांसद शशि थरूर जैसे मशहूर लोग भी क्लब के पक्ष में खड़े हए हैं. इन लोगों ने भी वेस्टमिंस्टर काउंसिल को पत्र लिखा है.