विरोध संस्कृति के सितारे
विरोध की संस्कृति की सबसे ताजा मिसाल अमेरिका में पुलिस हिंसा का प्रतिरोध करती एक महिला की तस्वीर है. ये तस्वीर सोशल मीडिया पर जंगल की आग की तरह फैल गई. बार बार ऐसी तस्वीरें समूचे आंदोलन का प्रतीक बन जाती है.
गोलियाथ के खिलाफ डेविड
जुलाई 2016: मोमबत्ती की तरह सीधी और मूर्ति की तरह शांत. ये तस्वीर है न्यू यॉर्क की ईशिया इवांस की जो दंगा विरोधी पुलिस की एक कतार के सामने अडिग होकर खड़ी है. यह तस्वीर लुइजियाना के बैटन रूज में ब्लैक लाइव्स मैटर्स विरोध प्रदर्शन के दौरान खींची गई है. क्या यह तस्वीर अमेरिका में पुलिस की नस्ली हिंसा का विरोध करने वाले आंदोलन का प्रतीक बनेगी?
नागरिक सवज्ञा
दिसंबर 1955: पब्लिक ट्रांसपोर्ट की एक बस में सांवले रंग वाली रोजा पार्क को एक सफेद चमड़ी वाले पैसेंजर के लिए सीट छोड़ने को कहा गया. विरोध करने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और 10 डॉलर का जुर्माना किया गया. मार्टिन लुथर किंग के नागरिक अधिकार आंदोलन ने एक साल तक बसों का बहिष्कार किया. बाद में सुप्रीम कोर्ट ने नस्ली भेदभाव को असंवैधानिक घोषित कर दिया.
फूल सी बच्ची
अक्टूबर 1967: 17 वर्षीया जेन रोज कासमीर ने वाशिंगटन में वियतनाम युद्ध के खिलाफ एक प्रदर्शन के दौरान पुलिस की तनी हुई बंदूकों के सामने हाथों में गुलदावदी का फूल थाम रखा है. कई साल बाद युद्ध विरोधी कासमीर ने कहा था, "वे नौजवान ही तो थे. वे मेरे दोस्त या मेरे भाई हो सकते थे. और वे पूरे मामले में पीड़ित ही थे."
युद्ध के बदले प्यार
मार्च 1969: हिप्पी आंदोलन के सितारे जॉन लेनन और योको ओनो एक बिस्तर में. एक नवविवाहित जोड़े के लिए इसमें कुछ भी खास नहीं है. लेकिन दोनों ने एम्सटरडम के एक लक्जरी होटल में प्रेस को बेड इन के लिए बुलाया और संदेश दिया, मेक लव नॉट वार. ये पीआर एक्शन इतना कामयाब हुआ कि इसे दो महीने बाद मॉन्ट्रियाल में फिर से दोहराया गया.
अनजाना विद्रोही
जून 1989: खरीदारी का झोले लिए यह व्यक्ति चीनी सेना के टैंक के सामने उसे रोक कर खड़ा हो गया. एक दिन पहले ही साम्यवादी सरकार ने राजधानी बीजिंग में लोकतांत्रिक आंदोलन को कुचल दिया था. कितने लोग मारे गए किसी को पता नहीं. बहुत से फोटोग्राफरों ने ये तस्वीर खींची लेकिन टैंक को रोके खड़े शांतिपूर्ण विद्रोही का नाम कोई नहीं खोज पाया है.
वायरल वीडियो
नवंबर 2011: एक वीडियो ऑकुपाई आंदोलन का प्रतीक बन गया. कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के डेविस कैंपस में फीस बढ़ाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने जब धरने से हटने से मना कर दिया तो एक पुलिस वाले ने उन्हें तितर बितर करने लिए उन पर पेपर स्प्रे करना शुरू कर दिया. वीडियो वाइरल हो गया और पुलिस के बल प्रयोग पर बहस छिड़ गई.
लाल परी
मई 2013: सेइदा सुंगर अपने लाल लिबास में इस्तांबुल के गेजी आंदोलन का प्रतीक बन गई. गेजी पार्क को खत्म कर वहां इमारतें बनाने वाले प्रोजेक्ट के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले हजारों लोगों में वे भी शामिल थीं. यह राष्ट्रपति रेचप तय्यप एर्दोवान की सरकार के खिलाफ छह महीने तक चले विरोध प्रदर्शनों की शुरुआत थी जिसमें 8 लोग मारे गए.
आस्था में भरोसा
जनवरी 2014: यूक्रेन की राजधानी कीएव में मैदान आंदोलन के दौरान धूल का गुबार. रूस समर्थक सरकार की दंगा विरोधी पुलिस और पश्चिम समर्थक आंदोलनकारियों के बीच खड़ा एक ऑर्थोडॉक्स पादरी. उसे आसपास के हंगामे की कोई चिंता नही. वह आराम से प्रार्थना कर रहा है और ईश्वर को याद कर रहा है.