लाहौर में तीन धमाके, 25 की मौत
२ सितम्बर २०१०लाहौर जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी सज्जाद भट्टी ने कहा, "मेरी जानकारी के मुताबिक 18 लोग मारे गए हैं और 100 घायल हुए हैं." चश्मदीदों का कहना है कि एक हमलावर ने सैकड़ों की भीड़ में खुद को उड़ा दिया. मरने वालों की संख्या बढ़ कर 25 हो गई है.
लाहौर के एक पुलिस अफसर ने बताया कि 15 मिनट के अंदर तीनों धमाके हो गए और इस दौरान कम से कम आठ लोगों ने तो मौके पर ही दम तोड़ दिया. विस्फोट के तुरंत बाद गुस्साई भीड़ ने पुलिस थाने और कई गाड़ियों में आग लगा दी. वहां मौजूद लोगों का कहना है कि लोगों ने पुलिस वालों की पिटाई भी की.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पहला धमाका शिया समुदाय के लोगों के एक जुलूस के दौरान हुआ और इसमें कई लोगों की जानें गईं. इसके कुछ ही देर बाद ही भट्टी गेट के इलाके में दूसरा धमाका हुआ. पंजाब प्रांत के कानून मंत्री राना सनाउल्लाह का कहना है कि दोनों ही धमाके आत्मघाती हमले हैं और मौके पर से मारे गए लोगों के अवशेष मिले हैं. उन्होंने बताया कि शहर में तीसरा धमाका भी हुआ लेकिन वह इतना शक्तिशाली नहीं था.
पाकिस्तान में प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-जंगवी अल अलीमी ने हमलों की जिम्मेदारी ली है. हालांकि आम तौर पर इस गुट का नाम सामने नहीं आता है, लेकिन यह शिया विरोधी गतिधियों में शामिल बताया जाता है. स्थानीय टीवी चैनलों पर बम धमाकों की तस्वीरें दिख रही हैं और यह भी दिख रहा है कि लोग किस अफरा तफरी में इधर से उधर भाग रहे हैं.
लाहौर में यह विस्फोट ऐसे समय में हुए हैं जब पूरा पाकिस्तान बाढ़ से बेहाल है और लाखों लोग छत की तलाश में हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ए जमाल