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लादेन को पकड़ने पर 'परमाणु तूफान' की धमकी

२६ अप्रैल २०११

9/11 आंतकवादी हमलों के मास्टरमाइंड का कहना है कि अल कायदा ने यूरोप में एक परमाणु बम छिपा रखा है और अगर ओसामा बिन लादेन को पकड़ा गया तो ''परमाणु तूफान'' शुरू हो जाएगा. विकीलीक्स का खुलासा.

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किसी को नहीं पता, कहां है लादेनतस्वीर: AP

अमेरिकी राजनयिक संदेशों को जारी करने वाली वेबसाइट विकीलीक्स के मुताबिक अल कायदा ने 9/11 जैसा हमला लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर करने की भी योजना बनाई थी. उसकी साजिश अपहृत विमान को किसी एक टर्मिनल से टकरा देने की थी. विकीलीक्स के अनुसार खुद को अमेरिका पर 11 सितंबर 2001 के आतंकवादी हमले का मास्टरमाइंड बताने वाले खालिद शेख मोहम्मद ने गुआंतानामो बे की जेल में जांचकर्ताओं से कहा कि अगर अल कायदा के मुखिया लादेन को मारा गया या फिर पकड़ा गया तो परमाणु बम को चला दिया जाएगा.

शेख मोहम्मद को 2006 से गुआंतानामो बे की जेल में रखा गया है. उस पर 9/11 के हमलों के सिलसिले में क्यूबा के इसी अमेरिकी ठिकाने पर सैन्य अदालत में मुकदमा भी चलना है. शेख मोहम्मद की परमाणु धमकी को डेली टेलीग्राफ ने प्रकाशित किया है जो उन चुनिंदा मीडिया संस्थानों में शामिल है जो विकीलीक्स की जारी सामग्री को छाप रहे हैं. जर्मन पत्रिका डेयर श्पीगल ने भी विकीलीक्स के हवाले से खबर दी कि शेख मोहम्मद ने हीथ्रो हवाई अड्डे पर 2002 में हमले के लिए दो यूनिट बनाई थीं.

गुआंतानामो जेल का 'सच'

गुआंतानामो बे की जेल के बारे में एक अन्य अमेरिकी केबल के मुताबिक वहां रखे गए पांच में से कम से कम एक व्यक्ति को मनमाने तरीके से बंदी बनाया गया है जबकि इस बात के पुख्ता सबूत नहीं है कि वे दुश्मन हैं. विकीलीक्स के हवाले से स्पेन के एल पेस अखबार ने गुआंतानामो में रखे गए 779 लोगों में से 759 के बारे में अमेरिकी सैन्य फाइलों का हवाला देते हुए यह खबर दी है. 170 लोग अब भी इसी जेल में बंद हैं.

लगभग 83 लोगों को ऐसे श्रेणी में रखा गया जिनसे अमेरिकी सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है जबकि 77 के ऐसा करने की कोई संभावना नहीं जताई गई. लगभग 20 फीसदी कैदियों को वहां रखने की कोई स्पष्ट वजह नहीं थी. इनमें 89 साल का ऐसा बुजुर्ग भी था जो अपने बेटे को तलाशने तालिबान के पास गया. बिना पहचान पत्र यात्रा करने वाला एक कारोबारी भी गुआंतानामो पहुंचा दिया गया. कई लोगों ऐसे भी थे जिन्हें तालिबान से उनके रिश्तेदारों के संबंधों के चलते इस जेल में रखा गया. तालिबानी प्रभाव वाले गांव में रहना भी कई लोगों के इस जेल में कैद होने की वजह बना.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः ओ सिंह

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