लंबी उम्र के लिए जरूरी हैं साफ सुथरे दांत
दांतों को सुबह शाम ब्रश करना सिर्फ सांस की बदबू को रोकने के लिए ही जरूरी नहीं है, बल्कि अगर आप ठीक से अपने दांतों को ब्रश करते हैं, तो आप कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से भी बच सकते हैं.
दूध के दांत
बचपन से ही बच्चों को दांतों की सफाई के प्रति जागरूक किया जाना जरूरी है. खास तौर पर रात को और सुबह ब्रश करना. चॉकलेट, मीठा या आइसक्रीम खाने के बाद मुंह अच्छे से साफ होना जरूरी है. बचपन में की गई दांतों की देखभाल जिंदगी भर काम आती है.
सफाई जरूरी
अच्छे दांतों के लिए सबसे जरूरी है सफाई. ब्रश इस्तेमाल करते हुए ध्यान रखें कि उसका सिरा छोटा होना चाहिए. इससे ब्रश बिलकुल पीछे तक जा सकता है और हर दांत की सफाई कर सकता है. और ब्रश के एक तिहाई हिस्से पर ही पेस्ट लगाएं.
सही तरीका
ब्रश पर खूब सारा पेस्ट लगा कर सिर्फ आगे पीछे ब्रश चलाने से कुछ नहीं होता. अच्छी सफाई के लिए ब्रश हर दांत पर कम से कम तीन बार घूमना चाहिए. ऊपर के मसूढ़े के लिए मसूढ़े पर दबाव देते हुए नीचे ब्रश लाना और नीचे के मसूढ़े के लिए ऊपर. इससे प्लाक हट जाता है और दांत खराब होने से बचते हैं.
दांतों के बीच भी
पायरिया से बचने के लिए दातों के बीच की सफाई भी जरूरी है. इसे धागे से या फिर खास छोटे ब्रश से किया जा सकता है. समय समय पर दांतों का चेक अप भी जरूरी है. मसूढ़े में सूजन या दांत पीले पड़ने की स्थिति में डॉक्टर को दिखाना ही चाहिए.
पायरिया
भारत के कई हिस्सों में पायरिया एक आम समस्या है. मसूढ़ों से खून आना, दांत पीले पड़ना, प्लाक का जमना, मसूढ़ों का ढीला होना इसकी शुरुआत है. शुरुआती दौर में ही इलाज और दांतों की अच्छे से सफाई ही इससे बचा सकती है.
प्लाक से कैंसर
गंदे दांत और दांतों पर जमा प्लाक कई बीमारियों का कारण हो सकता है. 2012 में ब्रिटेन के बीएमजे मेडिकल जर्नल में छपे शोध पत्र के मुताबिक प्लाक के बैक्टीरिया के कारण कैंसर और जल्दी मौत हो सकती है. लंबी उम्र के लिए साफ सुथरे दांत होने बहुत जरूरी हैं.
बच्चों को सिखाएं
स्कूल में बच्चों को दांत की सफाई के बारे में जानकारी दी जानी बहुत जरूरी है. लेकिन शिक्षकों को भी इसके बारे में जागरुक करना चाहिए ताकि वे बच्चों के दांतों पर नजर रख सकें. जहां माता पिता के दांत खराब होते हैं, वहां बच्चों के दांतों का खास ध्यान रखना जरूरी है.
मोतियों जैसे दांत
बचपन में अंगूठा चूसने के कारण या किसी और कारण कई बार बच्चों के दांत आगे आ जाते हैं. इसे ठीक करने के लिए दांतों में तार लगा दी जाती है. ये थोड़ा दर्दनाक तो होता है, लेकिन एक खूबसूरत मुस्कराहट मिल जाती है.
लालच अच्छा नहीं
मिठाई के दीवाने बच्चे ही नहीं, बड़े भी होते हैं. दिन में ज्यादा से ज्यादा तीन बार ही मीठा खाएं और इन्हें खाने के बाद मुंह अच्छे से धो लें या फिर च्युइंग गम चबाएं. इस से दांत भी स्वस्थ रहेंगे और सांसें तरोताजा.