रोड-बेल्ट प्रोजेक्ट पर मलेशिया ने ब्रेक लगाया
२१ अगस्त २०१८मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने चीन के 22 अरब डॉलर के प्रोजेक्ट रद्द कर दिए हैं. बीजिंग दौरे से ठीक पहले मलेशियाई पीएम ने यह जानकारी दी. महातिर मोहम्मद के मुताबिक उन्होंने यह बात खुद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को बताई और शी उनकी दलील को मान भी गए. मलेशियाई प्रधानमंत्री ने कहा, "इतना पैसा उड़ेल देना, इसे हम वहन नहीं कर सकते, हम इसे लौटा नहीं सकते हैं क्योंकि इस वक्त मलेशिया को इन प्रोजेक्ट्स की जरूरत ही नहीं है."
चीन के प्रोजेक्ट के तहत मलेशिया में 20 अरब डॉलर की मदद से ईस्ट कोस्ट रेल लिंक बनना था. साथ ही 2.3 अरब डॉलर खर्च कर दो एनर्जी पाइपलाइनें भी बनाई जानी थी. खर्च का हवाला देते हुए मलेशिया इन दोनों प्रोजेक्ट को पहले ही निलंबित कर चुका है.
महातिर मोहम्मद के मुताबिक इस वक्त उनके देश की पहली प्राथमिकता राष्ट्रीय कर्ज को कम करना है, "इतने कर्ज के साथ, अगर हम सावधान नहीं रहे तो हम दीवालिया हो जाएंगे." उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रजाक को इस कर्ज संकट का जिम्मेदार भी ठहराया. मलेशिया के मुताबिक भविष्य में देश की अर्थव्यवस्था बेहतर हुई तो चीन के प्रोजेक्ट्स पर पुर्नविचार किया जाएगा.
(क्या है चीन का "वन बेल्ट, वन रोड" प्रोजेक्ट)
वन बेल्ट-वन रोड प्रोजेक्ट चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की महत्वाकांक्षी परियोजना है. प्रोजेक्ट के तहत चीन एशिया और अफ्रीका में सड़कों, रेल और बंदरगाहों का नेटवर्क खड़ा करना चाहता है. चीन कई देशों में पावर ग्रिड भी बना रहा है. इस प्रोजेक्ट में शामिल होने वाले देशों में ज्यादातर काम चीनी कंपनियां कर रही हैं. चीन का कर्ज लेकर अपना आधारभूत ढांचा खड़ा करने वाले देशों को कामकाज के दौरान चीनी कंपनियों को भुगतान करना होगा. प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद उन्हें चीन को भी कर्ज लौटाना होगा.
थाइलैंड और श्रीलंका समेत कुछ देशों में चीन के प्रोजेक्ट को लेकर आपत्तियां होने लगी हैं. इन प्रोजेक्ट को बेहद खर्चीली बर्बादी कहा जा रहा है. प्रोजेक्ट में शुमार देशों की छोटी स्थानीय कंपनियों को इन प्रोजेक्ट्स से बहुत कम फायदा हो रहा है.
ओएसजे/एमजे (एपी)