राख का कोहराम-ब्रिटेन के लिए तैयार एयर इंडिया
२१ अप्रैल २०१०छह दिन चले राख के कोहराम के बाद बुधवार को लंदन का एयरपोर्ट खुलने के साथ ही भारत से ब्रिटेन जाने वाली उड़ाने भी शुरू हो रही हैं. जेट एयरवेज़ और एयर इंडिया अपनी उड़ाने बहाल कर रहे हैं. हालांकि किंगफिशर ने अब भी कोई निर्णय नहीं लिया है. एयर इंडिया और जेट एयरवेज़ के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि समय सारिणी के हिसाब से उड़ाने शुरू होंगी. हालांकि उन्होंने चेतावनी भी दी है कि अगर फिर ज्वालामुखी से राख निकलती है और वायुमंडल और उड़ानों के प्रभावित होने का ख़तरा पैदा होता है तो उड़ाने रोकी जा सकती हैं. पिछले गुरुवार को भारत से यूरोप आने वाली सभी उड़ाने बंद कर दी गई थीं.
ब्रिटिश एयरवेज़ के प्रवक्ता ने बताया कि बुधवार तड़के लंदन का हीथ्रो एयरपोर्ट उड़ानों के लिए खोल दिया गया है.लंबे समय से बंद सभी उड़ानें शुरू कर दी जाएंगी.
छह दिन बंद रखने के बाद सबसे पहले लुफ़्थांज़ा और एयर फ्रांस ने मंगलवार को भारत से पैरिस और म्युनिख की उड़ाने शुरू कर दी थीं लेकिन ब्रिटेन के सभी एयर पोर्ट बंद होने के कारण वहां भारत से कोई हवाई जहाज़ नहीं पहुंचा.
हवाई यातायात शुरू होने के बाद इस सवाल पर अब भी बातचीत हो रही है कि क्या उड़ानों पर प्रतिबंध लगाना सही था. मंगलवार देर रात नागरिक उड्डयन अधिकारियों ने जानकारी दी ज्वालामुखी से निकलने वाली राख के ख़तरे का फिर से मूल्यांकन करने के आधार पर बनाए गए दिशा निर्देशों के बाद हवाई सीमाएं खोली जा सकती हैं.
लंदन में सरकार पर आरोप लगाया गया है कि वह इस आपात स्थिति से ठीक से नहीं निपट सकी. ब्रिटिश एयरवेज़ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विली वॉल्श का कहना है कि अब यह साफ़ है कि पूरी तरह से प्रतिबंध लगाए जाने का फ़ैसला सही नहीं था. मुझे नहीं लगता कि ब्रिटेन की हवाई सीमा पर पिछले गुरुवार को पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाना सही था. मेरी निजी सोच ये है कि कुछ समय के लिए हम सुरक्षित उड़ान भर सकते थे.
हवाई यातायात पर निगरानी रखने वाली यूरोकंट्रोल एजेंसी का कहना है कि बुधवार को 15 हज़ार उड़ानें शुरू होंगी.
जर्मनी में बुधवार को 16 में से पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे खोल दिए गए हैं और हवाई यातायात जल्द ही सामान्य होने की उम्मीद है.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा मोंढे