ये है दुनिया का सबसे रहने योग्य शहर
दुनिया के रहने योग्य शहरों की इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट की सालाना सूची में आठ शहर एशिया-प्रशांत क्षेत्र के हैं. कोरोनो महामारी से निपटने के दौरान यूरोपीय शहर रैंकिंग में काफी नीचे गिर गए. जानिए कौन सा शहर है टॉप पर.
रहने के लिहाज से "जन्नत"
न्यूजीलैंड की कोरोना वायरस प्रतिक्रिया ने ऑकलैंड को दुनिया के सबसे अधिक रहने योग्य शहरों की इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (ईआईयू) की 2021 की रैंकिंग में टॉप पर पहुंचा दिया है क्योंकि कई यूरोपीय शहर लॉकडाउन के प्रभाव के कारण काफी नीचे खिसक गए हैं.
कोरोना महामारी पर प्रतिक्रिया का फायदा
चार अन्य एशिया-प्रशांत शहर ओसाका, टोक्यो (जापान) एडिलेड (ऑस्ट्रेलिया) और वेलिंगटन (न्यूजीलैंड) ने इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट की तरफ से जारी ग्लोबल लिवेबिलिटी रैंकिंग के 2021 संस्करण में शीर्ष पांच स्थानों में जगह हासिल की.
कमाल के ऑस्ट्रेलियाई शहर
एडिलेड के अलावा ऑस्ट्रेलिया के तीन और शहर पर्थ, मेलबर्न और ब्रिसबेन ने साल 2021 के रहने योग्य विश्व के टॉप 10 शहरों में जगह बनाई है. देश को कोविड-19 मैनेजमेंट का सीधा लाभ मिला है.
यूरोपीय शहरों को झटका
पिछले साल दुनिया का सबसे रहने योग्य शहर, ऑस्ट्रिया का वियना इस साल के संस्करण में टॉप 10 से बाहर हो गया, इस साल वह सूची में 12वें स्थान पर आ गया. साफ है कि यूरोपीय शहरों पर कोरोना वायरस का प्रभाव पड़ा है.
रहने लायक शहरों पर असर
ईआईयू के मुताबिक, "कोविड-19 महामारी ने वैश्विक जीवंतता पर भारी असर डाला है. दुनिया भर के शहर अब महामारी शुरू होने से पहले की तुलना में बहुत कम रहने योग्य हैं. और हमने देखा है कि यूरोप जैसे क्षेत्रों को खास तौर से मार पड़ी है."
हैम्बर्ग की रैंकिंग भी गिरी
जर्मनी का बंदरगाह शहर हैम्बर्ग इस साल 34वें पायदान से गिरकर 47वें नंबर पर पहुंच गया है. कई और यूरोपीय शहरों का यही हाल रहा.
होनोलुलु की रैंकिंग में उछाल
होनोलूलू, हवाई (अमेरिका) की रैंकिंग में सबसे उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है. कोरोना महामारी से निपटने और टीकाकरण कार्यक्रम में तेजी के कारण वह 46 पायदान की उछाल के साथ 14वें स्थान पर पहुंच गया है.
दमिश्क सबसे खराब शहर
इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट की सूची के मुताबिक सीरिया की राजधानी दमिश्क, रहने के लिए दुनिया का सबसे खराब शहर है. सीरिया में गृहयुद्ध के कारण लोगों की मौत हो रही है और वहां सुविधाओं की भारी कमी है.