यूरोप को भी भाए, चीन के सस्ते और बढ़िया स्मार्टफोन
८ जून २०१८चीन में बने टॉप रेंज वाले स्मार्टफोन अमेरिका या फिर दक्षिण कोरिया में बने स्मार्ट फोन के मुकाबले आधी कीमत में मिल जाते हैं. और इन्हें खरीदने वाले कहते हैं कि 'मेड इन चाइना' स्मार्टफोन क्वॉलिटी, फीचर और मजबूती के मामले में किसी से कम नहीं हैं.
चीन की स्मार्टफोन निर्माता कंपनियां वनप्लस और शियाओमी अभी पश्चिमी यूरोप में विस्तार को जोर शोर से सक्रिय हैं. खास तौर से उनका ध्यान स्पेन, इटली और फ्रांस पर है. इन देशों में अब लोग नए फोन के लिए एक हजार डॉलर यानी 65 हजार रुपये खर्च करने में हिचकिचाने लगे हैं.
दूसरी तरफ, अमेरिकी रिसर्च फर्म गार्टनर की एनेलिस्ट रोबर्टा कोजा कहती हैं कि चीनी बाजार में अब एक ठहराव आ गया है, जिसके चलते कंपनियों को नए बाजार तलाशने होंगे. वह कहती हैं, "वनप्लस और शियाओमी जैसी कंपनियां अच्छे स्मार्टफोन दे सकती हैं और उनके भीतर परिपक्व बाजारों में जाने की संभावनाएं भी हैं."
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वैसे इन चीनी कंपनियों को न सिर्फ एपल और सैमसंग से कड़ी टक्कर मिल रही है, बल्कि उन्हें दिग्गज चीनी कंपनी हुआवेई से भी मुकाबला करना है.
पश्चिमी यूरोप के तीन चौथाई बाजार पर एपल, सैमसंग और हुआवेई का ही कब्जा है. वहीं ग्लोबल मार्केट रिसर्च फर्म आईडीसी के मुताबिक 2010 में स्थापित होने वाली शियाओमी ने पहले ही चौथा स्थान हासिल कर लिया है. वहीं वनप्लस भारत में नंबर एक है, जहां आईडीसी के मुताबिक 50 फीसदी से ज्यादा बाजार पर उसका कब्जा है.
अब यूरोप में भी लोग नई कंपनियों के स्मार्टफोन आजमाना चाहते हैं. 36 वर्षीय जूडी ग्रेलैंड ने शियाओमी रेडएमआई 4एक्स फोन खरीदा है. उनका कहना है, "पहले मैंने इससे भी महंगे कई फोन खरीदे हैं और अब फोन पर मैं बहुत ज्यादा पैसा खर्च नहीं करना चाहती."
मैड्रिड में ट्रांसलेटर के तौर पर काम करने वाली ग्रेलैंड कहती हैं, "मैं इस फोन के साथ बहुत खुश हूं. यह बहुत बढ़िया है और बहुत अच्छा काम कर रहा है." ग्राहकों के अच्छे रेस्पांस को देखते हुए शियाओमी ने हाल में पेरिस में अपना पहला फ्लैगशिप स्टोर खोला है. वहीं प्लसवन अपने स्मार्टफोन फ्रांस की जानी मानी मोबाइल कंपनी बुइग टेलीकॉम के जरिए बेच रही है. आप यह दोनों स्मार्टफोन यूरोप में ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं.
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शियाओमी के वाइस प्रेसीडेंट शियांग वांग कहते हैं, "हमें बाजार में एक एक कदम आगे बढ़ना है. हम इटली और स्पेन में पहले ही पहुंच चुके हैं और वहां हमने सीखा है कि दूसरे यूरोपीय बाजारों में कैसे जाना है."
उनका कहना है, "हम लोगों की धारणाओं के खिलाफ लड़ रहे हैं क्योंकि वे समझते हैं कि कीमत कम है तो क्वालिटी भी कम होगी, लेकिन यह सच नहीं है." वनप्लस भी धीरे धीरे आगे बढ़ने पर जोर देती है. वनप्लस के 5टी स्मार्टफोन को बहुत ही अच्छे रिव्यू मिले हैं. उसकी तुलना आईफोन एक्स से हो रही है.
बीएमआई रिसर्च एनालिस्ट डेक्सटर थीलेन का कहना है कि यूरोप के बाजार का फायदा यह है कि यहां पर ग्राहक चीन के मुकाबले थोड़े से ज्यादा अमीर हैं और यहां के बाजार में वनप्लस और शियाओमी का आना दिखाता है कि वे यहां अपनी हिस्सेदारी चाहती हैं.
वैसे वनप्लस और शियाओमी को सैमसंग, एपल और हुआवेई के अलावा सोनी, मोटोरोला, विको, एलजी और नए अवतार में सामने आई नोकिया का भी सामना करना होगा.
थीलेन कहते हैं कि प्लसवन और शियाओमी के लिए अच्छी बात यह है कि उनके प्रीमियम फोन उन लोगों को अपनी तरफ खींच रहे हैं जो कम पैसों के बावजूद क्वालिटी से समझौता नहीं करना चाहते हैं.
साफ है कि आने वाले सालों में यूरोप में 250 से 500 यूरो की कीमत वाले स्मार्टफोन की रेंज में घमासान होगा.
एके/एमजे (एएफपी)
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