यही हैं देश के 23 बेहतरीन शहर
देश में शहरी प्रशासनिक व्यवस्था से जुड़ा पांचवां वार्षिक सर्वेक्षण, सर्वे ऑफ इंडिया सिटी सिस्टम-2017 जारी किया गया है. सर्वे में 23 शहरों को जगह मिली है और इसमें पुणे को सबसे अच्छा शहर बताया गया है.
1. पुणे
महाराष्ट्र के पुणे को शहरी प्रशासन के लिहाज से सबसे बेहतर कहा गया है. यह सर्वे बेंगलूरु का एडवोकेसी समूह जनाग्रह सेंटर फॉर सिटिजनशिप एंड डेमोक्रेसी पिछले पांच साल से जारी कर रहा है.
2. कोलकाता
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता को इसमें दूसरा स्थान मिला है. हालांकि सर्वे में यह भी कहा गया है कि सूची में शामिल कई शहर भविष्य में अच्छी सेवाएं देने के लिए तैयार नहीं हैं.
3. तिरुवनंतपुरम
पिछले साल टॉप पर रहा तिरुवनंतपुरम इस साल तीसरे स्थान पर है. इस सर्वे में शहरों के संस्थानों की बुनियादी क्षमता का आकलन किया जाता है ताकि यह पता चल सके कि क्या भविष्य में ये शहर अच्छी सेवाएं मुहैया करा सकेंगे.
4. भुवनेश्वर
सर्वे में कहा गया है कि भुवनेश्वर ने सुधार की गति को बरकरार रखा है. पिछले साल के सर्वे में इसे दसवां स्थान मिला था लेकिन इस साल इसकी रैकिंग चौथी है.
5. सूरत
गुजरात के सूरत शहर ने अपनी रैकिंग में बड़ा सुधार किया है. पिछले साल के सर्वे में इसे 12वीं रैंक मिली थी लेकिन इस बार यह पांचवें स्थान पर आ गया है.
6. दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को सर्वे में छठा स्थान मिला है. सर्वे में कहा गया है कि जिस तेजी से शहरों का आकार बढ़ रहा है, उस तेजी से शहरों में सुविधाओं और संस्थानों का विकास नहीं हो पा रहा है.
7. अहमदाबाद
दिल्ली के बाद अहमदाबाद को स्थान मिला है. एडवोकेसी समूह ने कहा है कि अच्छी सेवाएं देने के लिए बुनियादी समस्याओं को टिकाऊ तरीके से सुलझाने की जरूरत है.
8. हैदराबाद
नवाबों के शहर हैदराबाद को आठवां स्थान मिला है. रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के अधिकतर शहरों में सड़क, फुटपाथ, बस स्टॉप और अन्य सेवाओं को लेकर व्यावहारिक योजनाओं का अभाव है.
9. मुंबई
सपनों की नगरी, मायानगरी कहे जाने वाले मुंबई को सर्वे में नौवां स्थान मिला है. साल 2016 के मुकाबले मुंबई की रैकिंग गिरी है. हालांकि मुंबई ने 10 के स्केल पर शहरी योजना और डिजाइन की श्रेणी में 5.1 अंक हासिल कर टॉप किया है.
10. रांची
झारखंड की राजधानी रांची को सर्वे में दसवां स्थान मिला है. साल 2016 के सर्वे में इसे 13वीं रैंक मिली थी.
11. रायपुर
छत्तसीसगढ़ की राजधानी ने साल 2016 में 15वां स्थान हासिल किया था लेकिन इस बार स्थिति में कुछ सुधार हुआ है.
12. कानपुर
चमड़े उद्योग के लिए मशहूर कानपुर को साल 2016 में सातवां स्थान मिला था. सर्वे में प्रशासनिक व्यवस्था को कमजोर करने के लिए गंदगी, वायू प्रदूषण, दुर्घटनाओं समेत डेंगू जैसी बीमारियों को भी जिम्मेदार बताया गया है.
13. लखनऊ
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को साल 2016 के सर्वे में 12वीं रैंक मिली थी. लेकिन इस साल के सर्वे में इसका स्थान एक पायदान नीचे खिसका है.
14. गुवाहाटी
साल 2016 के सर्वे में जगह न पाने वाले गुवाहाटी को इस बार शामिल किया गया है. स्टडी में कहा गया है कि कमजोर प्रशासनिक व्यवस्था का एक कारण कर्मचारियों का अभाव है, जो गुवाहाटी में सबसे अधिक है.
15. भोपाल
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल को साल 2016 की स्टडी में छठा तो साल 2015 की स्टडी में पांचवां स्थान मिला था. लेकिन साल 2017 की स्थिति में इस रैकिंग में जबरदस्त गिरावट आई है और यह 15वें स्थान पर पहुंच गया है.
16. लुधियाना
पंजाब के बड़े शहर लुधियाना को साल 2016 के सर्वे में 19वीं रैंक दी गई थी. लेकिन इस बार स्थिति में सुधार हुआ है और यह 16वें स्थान पर आ गया है.
17. विशाखापट्टनम
आंध्रप्रदेश की वित्तीय राजधानी विशाखापट्टनम को पिछले साल के सर्वे में जगह नहीं मिली थी लेकिन इस साल इसने 17वां स्थान हासिल किया है.
18. जयपुर
राजस्थान की राजधानी जयपुर ने भी पिछली रैकिंग के मुकाबले इस बार सुधार किया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ शहरों के नगरीय निकाय बेहद ही कमजोर हैं और उनके पास निर्णय लेने के पूर्ण अधिकार नहीं होते, जिसका असर शहरी व्यवस्था पर पड़ता है.
चेन्नई
देश के बड़े महानगरों में शुमार चेन्नई की रैकिंग साल 2016 के सर्वे में 8वीं थी, जो इस साल खिसक कर 19वीं हो गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के कई शहर तो इतना राजस्व भी नहीं जुटा पाते कि वह अपने सभी कर्मचारियों का वेतन दे सकें.
20. पटना
साल 2016 के सर्वे में पटना की रैकिंग 11वीं थी जिसे इस बार 20वां स्थान मिला है. सर्वे के मुताबिक पटना अपने खर्चों का महज 17 फीसदी हिस्सा ही स्वयं जुटा पाता है.
21. देहरादून
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की रैकिंग साल 2016 में 19वीं थी जो इस बार दो पायदान खिसकर 21वीं हो गई है.
22. चंडीगढ़
चंडीगढ़ की रैकिंग साल 2016 के सर्वे में 21वीं थी जो इस साल खिसक कर 22वीं हो गई है.
23. बेंगलूरु
देश का आईटी हब इस सूची में सबसे नीचे पायदान पर है. कमजोर वित्तीय व्यवस्था के चलते इस मेगासिटी में शहरी प्रशासनिक व्यवस्था बेहद ही कमजोर आंकी गई है.