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मोबाइल फोन विकिरणों पर सरकार चिंतित

३ फ़रवरी २०११

मोबाइल फोन का इस्तेमाल लगातार बढ़ रहा है और साथ ही बढ़ रहे हैं इससे जुड़े खतरे. क्या आप मोबाइल फोन का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. अगर हां, तो अब सावधान हो जाइए...

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तस्वीर: Fotolia

संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की आंतरिक समिति ने मोबाइल फोन से उत्पन्न खतरों पर अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मोबाइल फोन और इनके टॉवर से घातक विकिरण निकलते हैं जो स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं. इस रिपोर्ट में मोबाइल फोन से निकलने वाली घातक विकिरणों पर चिंता जताई गई है. स्वास्थ्य पर इनके घातक प्रभाव को देखते हुए इस समिति ने रेडिएशन नियमों में तुरंत बदलाव किए जाने पर जोर दिया है.

समिति की इस रिपोर्ट के मुताबिक मोबाइल फोन से निकलने वाले विकिरणों से याददाश्त खो जाने का खतरा रहता है. इसके अलावा विकिरणों के प्रभाव से एकाग्रता में कमी आती है और पाचनतंत्र भी ठीक से काम नहीं करता.

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बड़े शहरों में तितलियों, मधुमक्खियों, कीड़ों और गौरेया के अचानक खत्म होने की वजह भी मोबाइल फोन से निकले विकिरण ही है. समिति ने अपनी रिपोर्ट में सुझाव दिया है कि जो मोबाइल फोन एक मानक स्तर से अधिक मात्रा में विकिरणों का उत्सर्जन करते हैं, उनके इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई जानी चाहिए. एक अन्य सुझाव में समिति का कहना है कि मोबाइल फोन के टॉवर उच्च जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्रों, स्कूलों के पास, हॉस्पिटल और खेल के मैदानों के पास नहीं लगाए जाने चाहिए.

आठ सदस्यीय समिति का कहना है कि बच्चों और गर्भवति महिलाओं को मोबाइल फोन के अधिक इस्तेमाल से बचना चाहिए. समिति में स्वास्थ्य मंत्रालय और बायोटेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रतिनिधि शामिल थे.

अलग-अलग केस स्टडी पर विशेषज्ञों की रिपोर्ट को आधार बनाकर संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की आंतरिक समिति ने अपनी राय दी है.

रिपोर्टः एजेंसियांएस खान

संपादनः ईशा भाटिया

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