मेक्सिको की फाइव स्टार कब्रें
१६ दिसम्बर २०१६पश्चिमोत्तर मेक्सिको के सिनालोआ राज्य में एक कब्र है. बाहर से देखने पर लगता है कि इमारत, किसी राजा के आराम करने का किला रही होगी. स्टेनलेस ग्लास की खिड़कियां हैं. बढ़िया संगमरमर में तराशी गई ईसा मसीह की मूर्ति हैं और उसी के नीचे इलाके के बड़े ड्रग तस्कर को दफनाया गया है. कब्रिस्तान में कई और ड्रग तस्करों को भी दफनाया गया है. उनकी और आम लोगों की कब्रों में अंतर साफ दिखता है.
आम लोगों की कब्रें जहां 24 या 40 वर्गफुट में फैली हुई हैं, वहीं ड्रग तस्करों की कब्रें किले या रेस्ट हाउस जैसी हैं. सबसे चर्चित कब्र हिटमैन कहे जाने वाले तस्कर की है. बुलेटप्रूफ कांच का दरवाजा, ऊपर गुंबद, कई सर्विलांस कैमरे, दो क्रिसमस ट्री वाली इस इमारत में सूरज ढलते ही अपने आप लाइटें जल जाती हैं. अगर कोई वहां जबरन घुसने की कोशिश करे तो अलार्म झनझना उठते हैं. इस कब्र को पीछे छोड़ने के लिए एक और कब्र बन रही है. अनुमान है कि उसे बनाने में करीब 2,90,000 डॉलर खर्च होंगे.
कब्रिस्तान में भी विलासिता की होड़ सी है. ड्रग्स के चंगुल में बुरी तरह जकड़े मेक्सिको की इन कब्रों में ज्यादातर 20 से 40 साल के युवक दफनाये गये हैं. सिनालोआ यूनिवर्सिटी के फिलॉसफी प्रोफेसर खुआन कार्लोस अयाला मेक्सिको की ड्रग संस्कृति के एक्सपर्ट हैं. अयाला कहते हैं, "एक जमाने में ये लोग कितने ताकतवर थे, इसी का इजहार ये कब्रें कर रही हैं. कब्रें उनकी अमर होने की ख्वाहिश को भी दर्शाती हैं. कब्रों के जरिये वे लोगों को अपनी अहमियत बताना चाहते थे."
2006 में मेक्सिको सरकार ने ड्रग्स के खिलाफ मुहिम छेड़ी. बुरी तरह ड्रग्स की चपेट में आ चुके देश में यह जिम्मेदारी सेना को सौंपी गई. इसके बाद सेना और ड्रग्स तस्करों के बीच सशस्त्र संग्राम सा छिड़ गया, जो आज भी जारी है. युवाओं ने इस संघर्ष की भारी कीमत चुकाई है. असल में तस्कर युवाओं को अपनी विलासिता भरी जिंदगी दिखाकर आकर्षित करने की कोशिश करते हैं. टेलीविजन प्रोग्राम, गानों, फैशन और फिल्मों के जरिये भी नार्को संस्कृति को बढ़ावा मिला है. अयाला कहते हैं, "ड्रग्स की तस्करी समुदायों में फैल चुकी है, एक संस्कृति की तरह. अब तो हालत ये है कि एक अगर इस धंधे को छोड़ता है तो दूसरा शुरू हो जाता है."
बीते साल हॉलीवुड एक्टर सीन पेन और केट डेल कास्टिलो ने कुख्यात ड्रग्स तस्कर गुजमान से मुलाकात की. जनवरी 2016 में गुजमान को गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी के बाद पता चला कि मेक्सिकन-अमेरिकी अदाकारा डेल कास्टिलो गुजमान पर फिल्म बनाना चाहती थीं. अब कुछ जगहों पर स्थानीय सरकारें नार्को संस्कृति को बढ़ावा देने वाले म्यूजिक बैंड्स पर सख्ती कर रही हैं. केंद्र सरकार से भी नार्को सीरीज वाले टीवी प्रोग्रामों पर रोक लगाने की मांग हो रही है.
ओएसजे/एमजे (एएफपी)