मुश्किल में बांग्लादेश क्रिकेट टीम
१५ सितम्बर २००८पूर्व कप्तान हबीबुल बशर सहित बांग्लादेश की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के छह खिलाड़ियों ने संन्यास लेने का एलान कर दिया है, जिसके बाद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड की मंगलवार को एक इमरजेंसी बैठक होने वाली है.
समझा जाता है कि ये सभी खिलाड़ी भारत के प्रतिद्वंद्वी ट्वेन्टी 20 लीग इंडियन क्रिकेट लीग यानी आईसीएल में खेलने की तैयारी कर रहे हैं और इसी वजह से उन्होंने बांग्लादेश टीम छोड़ने का फ़ैसला किया है. क्रिकेट संगठनों ने कपिल देव की अगुवाई वाली आईसीएल को ग़ैरक़ानूनी क़रार दिया है और इससे जुड़ने वाले खिलाड़ियों पर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पाबंदी लग जाती है.
बशर के अलावा शहरयार नफ़ीस, आफ़ताब अहमद, विकेटकीपर धीमान घोष और गेंदबाज़ मुशर्रफ़ हुसैन भी बांग्लादेश की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम को अलविदा कहने का मन बना चुके हैं. समाचार एजेंसी एएफ़पी ने नफ़ीस के हवाले से रिपोर्ट दी है कि उनके पास आईसीएल का शानदार प्रस्ताव है, हालांकि अभी इस पर दस्तख़त नहीं किए गए हैं. एएफ़पी के अनुसार, नफ़ीस ने कहा, "बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड जिस तरह खिलाड़ियों के साथ बर्ताव कर रहा है, उससे ऊब कर कुछ खिलाड़ी आईसीएल में शामिल हो रहे हैं."
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बांग्लादेश के स्थानीय मीडिया के हवाले से कहा है कि वहां के क़रीब 14 नामी क्रिकेट खिलाड़ी आईसीएल में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं, जिनमें पूर्व स्पिनर मोहम्मद रफ़ीक़ भी शामिल हैं. ये लोग 'ढाका वॉरियर' नाम की टीम के साथ अगले महीने से शुरू होने वाले आईसीएल टूर्नामेंट में खेलेंगे. ख़बरों के मुताबिक़ बांग्लादेश के कप्तान मोहम्मद अशरफ़ुल के पास भी आईसीएल का न्योता था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया.
बांग्लादेश के पूर्व क्रिकेटर और देश के लिए पहला शतक बनाने वाले अमीनुल इसलाम ने कहा है कि उनके देश का क्रिकेट संकट में है. उन्होंने कहा कि बोर्ड ने इन खिलाड़ियों के लिए इतना कुछ किया और अब वे देश छोड़ कर लीग खेलने जा रहे हैं. और यह ऐसे वक्त में हो रहा है, जब बांग्लादेश की टीम ख़राब खेल रही है. हाल ही में ऑस्ट्रेलिया ने तीन वनडे मैचों की सीरीज़ में उसे 3-0 से हराया था.