मुखौटे से चकराए एयरपोर्ट कर्मचारी
१४ नवम्बर २०१०मुखौटे का दाम एक हजार डॉलर से ज्यादा है. कंपनी के मालिक रस्टी स्लसर ने हालांकि खुशी जताई कि उनका मुखौटा देखकर हवाई अड्डे पर तैनात अधिकारी भी चीनी नागरिक की असलियत नहीं जान पाए. हॉन्गकॉन्ग से आने वाले इस व्यक्ति ने एक बूढ़े श्वेत समुदाय के व्यक्ति जैसा दिखने वाला मुखौटा पहना था. स्लसर ने कहा, "हमारे मुखौटे बिलकुल असली दिखते हैं. लेकिन मुझे कभी नहीं लगा कि हवाई अड्डे में सुरक्षा कर्मी इससे चकमा खा जाएंगे."
कनाडा उड़ान अधिकारियों के मुताबिक चीनी नागरिक ने फ्लाइट पर चढ़ने के लिए मुखौटे का इस्तेमाल किया और फिर विमान के वॉशरूम में इसे खोल दिया. उसे कनाडा के वैन्कूवर में पहुंचने पर गिरफ्तार कर लिया गया. कनाडा सीमा सेवा के वकील डेविड मैकडोनल्ड ने कहा कि इस व्यक्ति ने अधिकारियों को चीन का एक पहचान पत्र दिखाया है.
अब कनाडा के अधिकारी चीन से व्यक्ति की पहचान की पुष्टि का इंतजार कर रहे हैं. जब तक इसे पहचाना नहीं जाता, अधिकारी इसे शरणार्थी के तौर पर कनाडा में रहने की इजाजत नहीं दे सकते. शरणार्थी के वकील डैन मैकलौड ने कहा कि उनके मुवक्किल की पहचान इस वक्त मीडिया को नहीं दी जा सकती. 8 दिसंबर को सुनवाई की जानी है.
उधर मास्क कंपनी के स्लसर कहते हैं कि मुजरिम पहले भी उनके मुखौटों का इस्तेमाल कर चुके हैं. इस साल अमेरिकी राज्य ओहायो में भी बैंक डकैती में इसका इस्तेमाल किया गया. स्लसर ने कहा, लोग एक अफ्रीकी मूल के आदमी को ढूंढ रहे थे लेकिन डकैत एक श्वेत आदमी निकली. कंपनी के मास्क रीवैंप्ड और हैलोंज पॉइंट जैसे हॉरर फिल्मों में देखे जा सकते हैं.
रिपोर्टःएपी/एमजी
संपादनः एस गौड़