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मिसाइल परीक्षण उकसावेपूर्ण कार्रवाई: अमेरिका

गुलशन मधुर, वॉशिंगटन२९ सितम्बर २००९

अमेरिका ने कहा है कि ईरान के मिसाइल परीक्षण स्पष्ट रूप से पूर्व नियोजित थे और उनका उद्देश्य पश्चिमी देशों को उकसाना है. ईरान ने कई मिसाइल परीक्षण किए हैं जिससे इस्राएल सहित अन्य देश निशाने पर आ गए हैं.

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तस्वीर: AP

व्हाइट हाउस के प्रवक्ता रॉबर्ट गिब्स ने कहा, " स्पष्ट है कि ये पूर्वनियोजित सैनिक कार्रवाई थीं. मैं समझता हूं कि मैं उनमें से किसी भी कार्रवाई को भड़काने वाली उस प्रवृत्ति के तहत शामिल करूंगा, जो कई सालों से विश्वमंच पर ईरान का आचरण रहा है."

गिब्स ने इस ओर ध्यान दिलाया कि पिछले कुछ घंटों में सामने आई अनेक तस्वीरों से यह सिद्ध होता है कि मिसाइल रक्षा के संबंध में अमेरिका के पिछले दो सप्ताहों के फ़ैसले सही थे. राष्ट्रपति ओबामा ने पोलैंड और चेक गणराज्य में अमेरिकी मिसाइल रक्षा प्रणाली तैनात करने का फ़ैसला रद्द कर दिया है. ओबामा का कहना है कि ईरान से मौजूद ख़तरा, लंबी दूरी तक मार करने वाले अंतरमहाद्वीपीय प्रक्षेपण मिसाइलों का नही, बल्कि मध्यम दूरी तक प्रहार करने वाले मिसाइलों का है.

ईरान ने रविवार से लेकर अब तक मिसाइल परीक्षण के तीन दौर अंजाम दिए हैं. सोमवार को उसने अपने सबसे उन्नत मिसलों का परीक्षण किया जो इस्राएल, मध्यपूर्व में अमेरिकी सैनिक ठिकानों और यूरोप के कुछ हिस्सों में पहुंच सकते हैं.

इन मिसाइल परीक्षणों का पहली अक्तूबर को जिनीवा में होने वाली उन वार्ताओं पर क्या असर पड़ सकता है जो ईरान और पी-फ़ाइव जमा वन कहलाने वाले देशों यानी अमेरिका, ब्रिटेन, फ़्रांस, रूस, चीन और जर्मनी के बीच होना तय हैं. अमेरिका और अन्य देशों का ईरान को संदेश है कि वह अपने परमाणु-कार्यक्रम के बारे में स्पष्ट और पूरी जानकारी मुहैया कराए.

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के सहायक मंत्री फ़िलिप क्राउली ने कहा है कि अगर ईरान का कार्यक्रम शांतिपूर्ण है तो वह उसका ब्यौरा छिपा क्यों रहा है. " प्रमुख मुद्दा यह है कि ईरान को आगे बढ़कार हमेशा-हमेशा के लिए सारे तथ्य मेज़ पर रखने होंगे , ताकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय समझ सके कि उसके परमाणु-कार्यक्रम के उद्देश्य क्या हैं."

अपने परमाणु-कार्यक्रम के बारे में जानकारी देने के सिलसिले में ईरान के रवैये पर अमेरिका का धीरज चुकता जा रहा है. एक दिन पहले विदेशमंत्री हिलेरी क्लिंटन ने सीबीएस से एक इंटरव्यू में ईरान के इरादों के बारे में सवाल उठाए. " ईरान ज़ोर देता आ रहा है कि उसका कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है. अगर यह बात ठीक है तो इस बात को साबित करें. कहते ही न रहें , बल्कि उसे साबित करें."

गुरुवार को होने वाली अहम बैठक अमेरिका और ईरान के उच्च अधिकारियों के बीच बीस वर्षों में पहली आमने-सामने वार्ताएं होंगी जिनमें अमेरिका का प्रतिनिधित्व वरिष्ठ राजनयिक अमेरिकी अवर विदेशमंत्री विलियम बर्न्स कर रहे हैं.