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माओवादी हमले में 13 पुलिसकर्मियों की मौत

२१ जनवरी २०१२

झारखंड में 13 पुलिसकर्मी बारूदी सुरंग से हुए धमाके में मारे गए हैं. यह सुरंग माओवादियों ने लगाया था और धमाके के बाद पुलिसकर्मियों पर गोलीबारी भी की.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

पुलिस के मुताबिक लगभग 50 माओवादियों के एक गुट ने पुलिसकर्मियों को घेरा. बारूदी सुरंग के फटने के तुरंत बाद वे पुलिस जवानों पर फायरिंग करने लगे. झारखंड के पुलिस प्रमुख जी एस रथ ने हमले के बारे में बताया, "13 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है और हमले में दो घायल हो गए हैं."

पुलिसकर्मी इलाके में आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए गढ़वा जिले से हो कर जा रहे थे. पुलिसकर्मियों को माओवादियों के किसी छिपने की जगह की तलाश है. घायल पुलिसकर्मियों को झारखंड की राजधानी रांची ले जाया गया है. इलाके में और सुरक्षा बलों को भेज दिया गया है. पुलिस पूरे इलाके को सील कर हमला करने वालों की तलाश कर रही है.

Indien West Bengal Lalgarh
तस्वीर: Prabhakar Mani Tewari

इस साल अब तक का यह सबसे बड़ा माओवादी हमला है. पिछले साल झारखंड में 2010 के मुकाबले हमले कुछ कम हुए. 2010 में 1,000 लोग माओवादी हमलों के शिकार हुए जब कि 2011 में यह संख्या कम हो कर 589 पर आ गई. पिछले साल नवंबर में भारतीय सुरक्षा बलों ने माओवादी नेता कोटेश्वर राव उर्फ किशनजी को भी मौत के घाट उतार दिया था. पिछले महीने माओवादियों ने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की गाड़ी पर हमला करने की कोशिश की थी. हमले में 10 पुलिसकर्मी मारे गए थे.

1960 के दशक से चल रही माओवादी क्रांति ने भारत के 626 जिलों को अपनी चपेट में ले लिया है. भारत के 29 राज्यों में से 20 राज्यों में माओवादी सक्रिय हैं विद्रोहियों का कहना है कि वे पुलिस के आतंक, भ्रष्टाचार और जमीन को लेकर मुश्किलों में फंसे आदिवासियों के लिए लड़ रहे हैं.

रिपोर्टः एपी, डीपीए/एमजी

संपादनः एन रंजन

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