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माओवादियों ने डीएम को अगवा किया

१७ फ़रवरी २०११

उड़ीसा के माओवादी प्रभावित मलकानगिरी जिले में माओवादियों ने जिलाधिकारी आरवी कृष्णा का अपहरण किया. जिलाधिकारी की रिहाई के बदले चरमपंथी इलाके से केंद्रीय सुरक्षा बलों को हटाने और अपने साथियों को छोड़ने की मांग कर रहे हैं.

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तस्वीर: dpa

मलकानगिरी के जिलाधिकारी आरवी कृष्णा और जूनियर इंजीनियर बुधवार शाम को उस समय लापता हो गए जब वे दूरदराज के इलाके चित्रकोंडा का दौरा करने जा रहे थे. यह इलाका माओवादियों का गढ़ माना जाता है.

जिले के एसपी अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि स्थानीय विकास का जायजा लेने के लिए वे इस इलाके में जा रहे थे. युवा आईएएस अधिकारी के साथ जूनियर इंजीनियर और एक अन्य व्यक्ति भी उस इलाके का दौरा करने गए.

जिलाधिकारी का पहले सुराग नहीं मिला लेकिन बाद में संदिग्ध माओवादियों ने वरिष्ठ अधिकारियों के लिए एक खत भेजा. इस खत में केंद्रीय सुरक्षा बलों को इलाके से हटाए जाने, नक्सल विरोधी अभियान को रोकने और सभी माओवादियों को जेल से रिहा करने की मांग की गई है. पुलिस का कहना है कि खत की जांच हो रही है और स्थिति पर करीब से नजर रखी जा रही है. जिलाधिकारी को रिहा कराने के लिए प्रयास जारी हैं.

अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी का माओवादियों ने अपहरण कर लिया हो सकता है लेकिन उनके ठिकाने के बारे में अभी पुख्ता जानकारी नहीं है. दिल्ली में गृह सचिव जीके पिल्लई ने कहा, "कृष्णा का माओवादियों ने अपहरण कर लिया है. बाद में इंजीनियर को एक चिट लेकर भेजा गया जिसमें उन्होंने अपनी मांगे लिखी हैं. राज्य सरकार के अधिकारी इस मामले पर कार्रवाई के लिए जुटे हैं."

अपहरण की निंदा करते हुए पिल्लई ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि कृष्णा को रिहा कराने के लिए किसी अभियान की जरूरत है. उनको स्थानीय स्तर पर समर्थन हासिल है और राज्य सरकार उनकी रिहाई के लिए बातचीत करेगी. हालांकि इसमें समय लग सकता है क्योंकि जिस इलाके में यह घटना हुई है वह दूरदराज का इलाका है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ए कुमार

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