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महंगे पड़े अमेरिका को एफ22 विमान

१६ मई २०१२

अमेरिकी रक्षा मंत्री लियोन पनेटा ने एफ22 विमानों की उड़ान पर शर्तें लगाने का फैसला किया है. अमेरिकी वायु सेना का विमान एफ22 दुनिया के बेहतरीन विमानों में गिना जाता है.

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तस्वीर: AP

लेकिन पिछले कुछ समय से विमान में ऑक्सीजन की कमी से पायलटों को चक्कर आने और उनके बेहोश हो जाने की बात सामने आई है. रक्षा मंत्रालय का कहना है कि पायलटों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है.

एफ22 को ले कर 2008 से ही शिकायतें आ रही हैं. इसी महीने की शुरुआत में अमेरिका के सीबीएस चैनल ने इन विमानों पर रिपोर्ट दिखाई और दो पायलटों से भी बात की जिन्होंने कहा कि उन्होंने सुरक्षा कारणों से विमान उड़ाना छोड़ दिया है. इसके बाद देश में विमानों और पायलटों की सुरक्षा पर बहस छिड़ गई. यह मामला भारत के मिग21 विमानों की याद दिलाता है. हालांकि इस में पायलटों की जान जाने से पहले ही एहतियातन कदम उठा लिया गया है. माना जा रहा है की सीबीएस द्वारा छेड़ी गई बहस के बाद ही रक्षा मंत्री का ध्यान इस ओर गया. हालांकि पेंटागन के प्रवक्ता जॉर्ज लिट्ल ने इस बात से इनकार किया है.

Kampfflugzeug Air Force F-22 Raptor
तस्वीर: AP

पनेटा के फैसले के अनुसार विमान को लम्बी दूरी के लिए उड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी. विमान को ऐसे ही इलाकों में उड़ाया जाएगा जहां रनवे आसपास हों और आपात स्थिति में पायलट लैंड कर सके. जॉर्ज लिट्ल ने इस बारे में बताया, "वह (पनेटा) पायलटों की सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित हैं. और वह चाहते हैं कि सुरक्षा को ले कर हर स्तर पर ठोस कदम उठाए जाएं." लिट्ल ने कहा कि पनेटा के फैसले को फौरन अमल में लाया जाएगा और यह सभी एफ22 विमानों पर लागू होगा.

पनेटा ने वायु सेना से विमान में अतिरिक्त ऑक्सीजन सिस्टम लगाने के लिए भी कहा है और हर महीने रिपोर्ट देने की बात कही है. अधिकारियों के अनुसार इस तरह के सिस्टम दिसंबर से लगाए जा सकेंगे. ये विमान अमेरिकी वायुसेना के सबसे महंगे विमान हैं. एक विमान की कीमत चौदह करोड़ डॉलर से ज्यादा है. कई सांसदों ने मांग की है कि जब तक विमान में खराबी के बारे में पूरी जानकारी नहीं मिल जाती और उसका हल नहीं निकाल लिया जाता विमानों को उड़ने की अनुमति ही नहीं मिलनी चाहिए. लेकिन वहीं वायुसेना के अधिकारियों का कहना है कि विमान की तकनीकी खराबी को बेहद बढ़ा चढ़ा के पेश किया जा रहा है. अधिकारियों का कहना है कि ऑक्सीजन कम होने के मामले बहुत ही कम हैं. उनके अनुसार करीब नौ हजार उड़ानों में एक बार ऐसा देखा जाता है.

एफ22 को 2001 में अमेरिकी वायु सेना में शामिल किया गया. अमेरिका के पास करीब ढाई हजार ऐसे विमान हैं. उनकी उड़ान पर रोक लगाना या उन्हें सीमित करना अमेरिकी वायुसेना के लिए अब तक का सबसे महंगा सौदा साबित हो सकता है.

आईबी/एमजे (एएफपी,रॉयटर्स)

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