भैरो सिंह शेखावत नहीं रहे
१६ मई २०१०सांस लेने में तकलीफ़ की शिकायत के बाद वृहस्पतिवार को उन्हें जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती किया गया था. आईसीयू में उनकी हालत नाज़ुक बनी हुई थी. शनिवार सुबह उन्हें दिल का दौरा पड़ा और स्थानीय समय के अनुसार 11 बजकर 10 मिनट पर उन्हें मृत घोषित किया गया.
अंतिम समय में उनकी पत्नी सूरज कंवर व दामाद नरपत सिंह राजवी उनके पास थे. रविवार को जयपुर में शेखावत का अंतिम संस्कार होगा.
सन 2002 में तत्कालीन उपराष्ट्रपति कृष्णकांत के देहांत के बाद शेखावत भारत के उपराष्ट्रपति चुने गए थे. सन 2007 तक इस पद पर रहने के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक मोर्चे के उम्मीदवार के रूप में उन्होंने राष्ट्रपति का चुनाव लड़ा था. वर्तमान राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के मुक़ाबले पराजित होने के बाद उन्होंने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफ़ा दे दिया था.
अपने नम्र स्वभाव के कारण भैरो सिंह शेखावत अपने समर्थकों के साथ-साथ विरोधियों के बीच भी काफ़ी लोकप्रिय थे. कई वर्षों तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे शेखावत को बीजेपी के सबसे बड़े और सम्मानित नेताओं में गिना जाता था. शेखावत सामाजिक मुद्दों के लिए कई बार पार्टी की विचारधारा को लांघने के लिए भी याद किए जाएंगे.
बीजेपी समेत कई पार्टियों के नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है. जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा केंद्रीय मंत्री फ़ारूख़ अब्दुलाह ने शेखावत के निधन को देश के लिए क्षति बताया है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: ओ सिंह