भेदभाव के शिकार समलैंगिक
समलैंगिक और ट्रांसजेंडर लोग दुनिया भर में अभी भी किसी न किसी तरह के भेदभाव का शिकार हैं. वे अपनी लैंगिक पसंद और पहचान के कारण न सिर्फ कानूनी भेदभाव के शिकार होते हैं बल्कि हिंसा, उत्पीड़न और मौत का भी सामना करते हैं.
मानवाधिकारों का संघर्ष
संयुक्त राष्ट्र ने पहली बार 2011 में समलैंगिकों के मानवाधिकारों की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की थी. महासचिव बान की मून का कहना है कि उनकी पीढ़ी में भी इसे संवेदनशील मुद्दा माना जाता था, लेकिन उन्होंने बोलना सीखा है क्योंकि लोगों की जानें दाव पर हैं.
माना समाज ने
जर्मनी में समलैंगिक संबंध 1969 से ही कानूनी हैं. 2001 से समलैंगिक जोड़े पार्टनरशिप का रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. पिछले सालों में भेदभाव कम हुए हैं और लोग खुलकर सामने आए हैं. जर्मनी के पूर्व विदेश मंत्री गीडो वेस्टरवेले भी समलैंगिक हैं.
भारत में कामसूत्र
प्राचीन भारत में समलैंगिक संबंधों के उदाहरण तो नहीं हैं लेकिन लिंगों के मेल के उदाहरण हैं. प्राचीन पुस्तकों में मोहिनी और अर्धनारीश्वर के रूप में ट्रांस सेक्सुअल चरित्रों का वर्णन भी मिलता है. कामसूत्र में समलैंगिक भावनाओं की चर्चा है.
रूस में दमन
रूस में 1993 से समलैंगिक संबंध कानूनी हैं लेकिन व्लादीमिर पुतिन की सरकार में उनके खिलाफ भेदभाव बढ़ा है. हाल ही में परिवहन सुरक्षा कानून में बदलाव कर समलैंगिकों और ट्रांसजेंडरों को ड्राइविंग लाइसेंस देने पर रोक लगा दी गई है.
अमेरिका में मिली मान्यता
अमेरिका में 32 प्रांतों में समलैंगिक विवाहों को कानूनी मान्यता है. 2014 में अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने प्रतिबंधों को खत्म करने की निचली अदालत के एक फैसले पर अपील सुनने से इंकार कर दिया था और समलैंगिक विवाहों को कानूनी बनाने का रास्ता साफ कर दिया.
फुटबॉलर नंबर एक
पिछले साल फीफा की सर्वोत्तम महिला फुटबॉल खिलाड़ी चुनी गई नदीन आंगेरर निजता की सुरक्षा पर खासा ध्यान देती हैं. उन्होंने विश्व फुटबॉलर 2013 के चुनाव के दौरान अपनी मित्र माग्दा का परिचय दुनिया से कराया. वे बाईसेक्सुअल हैं और माग्दा के साथ रहती हैं.
स्पेनी फिल्मकार
प्रसिद्ध फिल्म निदेशक अलेखांद्रो अमीनाबार ने 2004 में पहली बार बताया कि वे समलैंगिक हैं. चिली के पिता और स्पेन की मां के बेटे अमीनाबार ने एक ऑस्कर, 8 स्पेनी फिल्म पुरस्कार (गोया) और एक यूरोपीय फिल्म पुरस्कार जीता है.