भारत पाक की तनातनी से ऊपर सार्क
सार्क देशों की दो दिवसीय 18वीं शिखर वार्ता 27 नवंबर को नेपाल की राजधानी काठमांडू में संपन्न हो रही है. इस दौरान आपसी साझेदारी को और बेहतर बनाने पर चर्चा तो हुई ही भारत पाकिस्तान के बीच तनातनी भी सुर्खियों में रही.
दो दिन तक भारत और पाकिस्तान के बीच बनी दूरियां धुलीखेली में दूर हुई जब नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ ने हाथ मिला लिया.
नवाज शरीफ ने सार्क देशों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने के प्रस्तावों को यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया कि इस बारे में वे घरेलू प्रक्रियाएं पूरी नहीं कर पाए है.
शिखर बैठक का मेजबान नेपाल भी चाहता है कि इन तीनों समझौतों पर हस्ताक्षर हो जाएं और उसके नेताओं की भी कोशिश होगी कि पाकिस्तान इसके लिए राजी हो जाए.
18वें शिखर सम्मेलन के दौरान आठ सदस्य देशों में से अधिकतर ने आतंकवाद को अहम मुद्दा बताया है. साथ ही विश्लेषकों का मानना है कि भारत और पाकिस्तान की अनबन से ऊपर सार्क संगठन है और इसमें क्षेत्रीय विकास के समझौते होने चाहिये.
भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षेस इलाके के लिए स्वास्थ्य, विज्ञान, वीजा नीति, मूलभूत संरचना में सुधार के मुद्दों को उठाया और काठमांडू से दिल्ली की बस का उद्धाटन किया.