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'भारत को हर साल 16 अरब डॉलर का नुकसान'

१८ जून २०११

भ्रष्टाचार के चलते भारत को हर साल 16 अरब डॉलर का नुकसान होता है. पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने यह दावा किया है. उनके मुताबिक भारत में विकास के लिए आवंटित 100 रुपये में से 84 रुपये भ्रष्टाचारियों की भेंट चढ़ते हैं.

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Kतस्वीर: DW

अमेरिका में शिकागो काउंसिल ऑफ ग्लोबल अफेयर्स के एक कार्यक्रम के दौरान भारत की पहली महिला आईपीएस अधिकारी रह चुकी किरण बेदी ने कहा, "पिछले कुछ सालों में घोटालों की संख्या बढ़ी है और आधिकारिक तौर पर दर्ज होने वाले घोटालों की संख्या भी बढ़ी है." कई देशों के प्रतिनिधियों के सामने किरण बेदी ने कहा कि अगर कि भारत भ्रष्टाचार मुक्त हो जाए तो वह दुनिया का सबसे विकसित देश बन सकता है. ऐसी स्थिति में नई दिल्ली की कर्ज भी दूर हो जाएगा.

भ्रष्टाचार का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि अगर किसी योजना के लिए 100 रुपये आवंटित होते हैं तो असल काम सिर्फ 16 रुपये का किया जाता है. बाकी 84 रुपये भ्रष्टाचार में डूबे लोग डकार जाते हैं. किरण बेदी ने आप्रवासी भारतीयों से अपील करते हुए कहा, "मैं चाहती हूं कि अमेरिका में रह रहे भारतीय इस बारे में सामूहिक रूप से आवाज उठाएं क्योंकि यह हमारा भविष्य है."

लोकपाल बिल की पुरजोर वकालत करते हुए उन्होंने कहा कि फिलहाल देश में भ्रष्टाचार पर नजर रखने वाला कोई तंत्र नहीं है. ऐसा भी कोई तंत्र नहीं है कि सकारात्मक विकास के नकारात्मक नतीजों से निपट सके, "सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद है कि पिछले दो महीनों में कुछ अहम आरोपी और नेता पहली बार जेल गए हैं और अभी तक उन्हें जमानत भी नहीं मिली है."

रिपोर्टों के मुताबिक स्विट्जरलैंड, लक्जमबर्ग और लिंश्टेंश्टान के बैंकों में इस वक्त करीब 7 खरब डॉलर का काला धन जमा है. इसमे 70 फीसदी पैसा यानी करीब 5 खरब डॉलर की रकम भारतीय मूल के लोगों की है. भारत में पिछले तीन चार सालों में 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला, कॉमनवेल्थ घोटाला, आदर्श सोसाइटी घोटाला, इसरो में धांधली और कर्नाटक में खनन संबंधी धांधली जैसे बड़े मामले सामने आए हैं. राज्य स्तर पर भ्रष्टाचार के मामले तो आए दिन लगे रहते हैं.

रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह

संपादन: उभ

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