1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

भारत के साथ क्रिकेट के लिए पाकिस्तान लामबंद

१० अप्रैल २०१२

पाकिस्तान क्रिकेट के मुखिया ने कहा है कि राष्ट्रपति जरदारी की भारत यात्रा के बाद पड़ोसी के साथ क्रिकेट संबंधों के बहाल होने की संभावना बढ़ी है. पाक क्रिकेट बोर्ड से लेकर नेता भी भारत के साथ क्रिकेट के लिए लामबंद हुए.

https://p.dw.com/p/14aPU
तस्वीर: AP

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख जका अशरफ ने पीसीबी की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा, "हम लोग भारत के साथ क्रिकेट संबंध बहाल होने की दिशा में सकारात्मक रुख देख रहे हैं. खासतौर से हमारे राष्ट्रपति की ओर से पहल करने के बाद." रविवार को नई दिल्ली में राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अकेले में बातचीत हुई. इसी दौरान जरदारी ने दोनों देशों के क्रिकेट संबंधों की बात उठाई. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी कहा वो दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंधों को बहाल करने के बारे में विचार करेंगे. पीसीबी प्रमुख ने यह भी कहा, "भारतीय प्रधानमंत्री को पाकिस्तान आने का न्यौता देना एक अच्छा कदम था और मुझे पूरा भरोसा है कि यह आगे बढ़ने में मददगार साबित होगा."

उधर पाकिस्तान के विपक्षी नेता और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों को बहाल कर एक दूसरे के साथ रिश्ता सुधारने की मांग की है. नवाज शरीफ ने पत्रकारों से कहा है, "भारतीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान आना चाहिए और पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को भारत जाना चाहिए क्योंकि क्रिकेट दोनों देशों को पास ला सकता है." 1990 के दशक में नवाज शरीफ दो बार देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. 1974 में नवाज शरीफ ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट के एक मैच में बल्लेबाजी भी की थी. शरीफ के शासनकाल में पाकिस्तान की टीम 1999 में भारत आई थी. शरीफ ने साथ ही साथ मजाक में यह भी कहा, "मैं संबंधों को सुधारने की दिशा में अपनी भूमिका निभाने को तैयार हूं. सच तो यह है कि जब भारतीय टीम पाकिस्तान आए तो मैं पाकिस्तानी टीम में शामिल भी होना चाहता हूं."

क्रिकेट के मैदान में किसी जंग जैसी तैयारी के साथ उतरने वाली इन दोनों टीमों की भिड़ंत का न सिर्फ दक्षिण एशिया के देश बल्कि क्रिकेट खेलने और उसमें दिलचस्पी रखने वाले दूसरे देशों को भी बड़ी बेसब्री से इंतजार रहता है. भारत पाकिस्तान की क्रिकेट टीम आखिरी बार एशिया कप में भिड़ी थी. उसके पहले पिछले साल दोनों के बीच वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल मुकाबला हुआ था. दोनों देश इस तरह के मुकाबलों में तो खेलते रहे हैं लेकिन आपसी क्रिकेट संबंध नवंबर 2008 में मुंबई हमलों के बाद से ही बंद हैं. हमला जब हुआ तब भारत 2009 के जनवरी में पाकिस्तान दौरे की तैयारी कर रहा था. हमले के बाद यह दौरा टाल दिया गया और तब से दोनों देश की टीमों के बीच आपसी मुकाबलों का टूर्नामेंट नहीं हुआ है.

पाकिस्तान और भारत को 2012 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद, आईसीसी के फ्यूचर टूअर्स प्रोग्राम में एक दूसरे के साथ खेलने की बात है लेकिन बकौल बीसीसीआई भारत की टीम अपने व्यस्त कार्यक्रम की वजह से इसमें शामिल हो पाएगी, इसमें संदेह है. भारतीय टीम के शामिल न होने के पीछे दोनों देशों के क्रिकेट संबंधों में पड़ी दरार भी इसकी एक प्रमुख वजह है.

रिपोर्टः एन रंजन/एएफपी
संपादनः महेश झा

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी