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भारत की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के कोच ने इस्तीफा दिया

२३ अप्रैल २०११

अनुभवी अंग्रेज कोच बॉब ह्यूटन ने भारतीय फुटबॉल टीम से इस्तीफा दे दिया है. ह्यूटन पिछले पांच साल से भारतीय टीम के कोच थे. ह्रूटन पर एक भारतीय रेफरी पर नस्लभेदी गाली देने का आरोप लगा है.

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तस्वीर: AP

ह्यूटन ने शनिवार को अपना इस्तीफा दिया. अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ ने रेफरी की तरफ से शिकायत पर उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी है. जांच के लिए तीन सदस्यों वाली एक समिति बनाई गई है. ह्यूटन पर आरोप है कि पिछले साल यमन के खिलाफ एक दोस्ताना मैच के दौरान उन्होंने यह गाली टीम के रेफरी दिनेश नायर को दी. ह्यूटन जून 2006 से ही भारतीय टीम के साथ कोच के रूप में जुड़े हुए थे और इस दौर को टीम के लिहाज से अच्छा माना जाता है.

2013 तक के लिए था करार

फुटबॉल महासंघ की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि सबूत न मिलने के कारण ह्यूटन के खिलाफ नस्लभेदी आरोपों को रद्द कर दिया गया है, लेकिन निजी कारणों से ह्यूटन ने पद छोड़ने का फैसला किया है. बयान के मुताबिक, "फुटबॉल महासंघ ने कारण बताओ नोटिस पर ह्रूटन के दिए जवाब को देख लिया है. महासंघ ने अपनी तरफ से भी जांच कराई है जिसकी रिपोर्ट आ गई है. जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर फुटबॉल महासंघ ये मानता है कि आरोपों के बारे में कोई ठोस सबूत नहीं होने के कारण उनके खिलाफ लगाए गए आरोप रद्द किये जाते हैं."

Fußballtrainer Indien Bob Houghton Flash-Galerie
तस्वीर: picture alliance/dpa

फुटबॉल महासंघ ने उस मुआवजे के बारे में भी कोई जिक्र नहीं किया है जो ह्यूस्टन को दिया जाएगा क्योंकि उनका करार 2013 तक के लिए था. ह्यूटन के जवाब दाखिल करने के बाद पिछले कुछ दिनों से ऐसी खबरें आ रही थी कि फुटबॉल महासंघ और उनके बीच समझौते के लिए बातचीत हो रही है जिससे कि इस मामले को निपटाया जा सके.

फुटबॉल महासंघ ने 23 मार्च को ह्यूटन के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया जिसके जवाब में उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें आधारहीन कहा. हालांकि मामले को खत्म करने के लिए ह्यूटन ने ही अपनी तरफ से कोशिश शुरू की क्योंकि वो अपनी छवि खराब नहीं करना चाहते थे. सूत्रों के मुताबिक फुटबॉल महासंघ उनके खिलाफ आरोपों को खत्म करने के लिए इसी शर्त पर तैयार हुआ कि वो तुरंत पद छोड़ देंगे.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः ईशा भाटिया

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