ब्लेड रनर का दिमागी टेस्ट
२० मई २०१४प्रिटोरिया के एक जज थोकोजिले मासीपा ने आदेश दिया कि पिस्टोरियस को शहर की वेस्कोपीस मनोवैज्ञानिक अस्पताल में हर रोज सुबह रिपोर्ट करना होगा. उन्हें चार बजे शाम तक वहां रहना होगा. पिस्टोरियस पर 14 फरवरी, 2013 को अपनी 29 साल की गर्लफ्रेंड रीवा स्टीनकैंप की हत्या करने का आरोप है. धावक का कहना है कि उसे गलतफहमी हुई कि घर में कुई घुस आया है और इसी ऊहापोह में चली गोली से स्टीनकैंप की मौत हो गई.
हालांकि पिस्टोरियस चौबीसों घंटे अस्पताल में नहीं रहेंगे, बल्कि हर रोज वहां आएंगे. अपने नकली पैरों की वजह से ब्लेड रनर के नाम से मशहूर पिस्टोरियस को हर रोज तीन मनोचिकित्सकों और डॉक्टरों के सवालों से गुजरना होगा. इसकी वजह से मुकदमे को 30 जून तक के लिए मुलतवी कर दिया गया. जज मासीपा ने कहा, "हम आपसे 30 जून को सुबह साढ़े नौ बजे मिलेंगे."
समझा जाता है कि मनोवैज्ञानिक रिपोर्ट के बाद पूरा मामला कोई और मोड़ ले सकता है. लगभग दो महीने चले मुकदमे में उसके वकीलों ने साबित करना चाहा है कि पिस्टोरियस अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद संजीदा रहा करते थे क्योंकि उनका बचपन बहुत मुश्किलों में बीता. इसके बाद जज ने कहा कि इस बात की जानकारी जरूरी है कि क्या पिस्टोरियस को दिमागी रूप से कुछ परेशानी है और क्या वह अपने कृत्य के लिए पूरी तरह जिम्मेदार नहीं हैं.
मनोवैज्ञानिक रिपोर्ट के बाद यह तय होगा कि 27 साल के पिस्टोरियस का मुकदमा किस तरफ जाएगा. अगर साबित हुआ कि वह दिमागी रूप से तंदुरुस्त नहीं हैं, तो उन्हें बरी भी किया जा सकता है. लेकिन अगर हत्या का दोष साबित हुआ, तो 25 साल तक की सजा हो सकती है.
एजेए/एमजी (एपी, एएफपी)