ब्रिटेन ने एशियाई मूल की महिलाओं ने इतिहास रचा
८ मई २०१०भारतीय मूल की प्रीति पटेल कंज़र्वेटिव पार्टी से चुनाव जीतकर ब्रिटिश संसद पहुंच गई हैं. शबाना महमूद, यास्मीन क़ुरैशी और रौशन आरा अली भी चुनावों में जीत हासिल कर सांसद बनी हैं. लेबर पार्टी की उम्मीदवार वेलेरी वाज वॉलसॉल साउथ से चुनाव जीती हैं.
ब्रिटेन के इतिहास में यह पहला मौक़ा है जब एशियाई मूल की महिलाएं सांसद चुनी गई हैं ये एक कीर्तिमान है. पहली बार भारतीय मूल की वेलेरी वाज़ और प्रीति पटेल सांसद चुनी गई हैं जबकि तीन तीन मुस्लिम महिलाओं ने भी चुनाव जीता है. चुनावों में 22 एशियाई मूल की महिलाएं खड़ी थीं.
लेबर पार्टी की वेलरी वाज भारतीय मूल के सांसद कीथ वाज की बहन हैं. 2005 के चुनावों में कुल 15 एशियाई मूल के सांसद हाउस ऑफ कॉमन्स में पहुंचे थे. लेबर पार्टी की उम्मीदवार शबाना महमूद बर्मिंघम लेडीवुड से जीतीं जबकि यास्मीन क़ुरैशी बोल्टन साउथ ईस्ट से जीतीं. बैथनेल चुनाव क्षेत्र से लेबर पार्टी की रुशानरा अली ने 11 हज़ार के अंतर से चुनाव जीता.
ताज़ा चुनावों में जीतीं शबाना महमूद ऑक्सफोर्ड से पढ़ी हैं और बैरिस्टर हैं. वे बर्मिंघम की सीट से केंजर्वेटिव पार्टी की एशियाई महिला उम्मीदवार नुसरत ग़नी की प्रतिद्वंद्वी थी.
चुनाव से पहले पिछले महीने शबाना ने कहा, "मुस्लिम महिलाओं के बारे में यह छवि थी वह सार्वजनिक मंच पर बात नहीं करती हैं, घरों से बाहर नहीं निकलती हैं. ये ग़लत है. वे राजनीति में रुचि रखती हैं. संसद सब लोगों के लिए है और ब्रिटेन में रहने वाले अन्य मूल के लोगों ने इस अधिकार को लेना चाहिए."
अन्य विजेता उम्मीदवार यास्मीन क़ुरैशी हैं. 46 साल की यास्मीन भी बैरिस्टर हैं, वे क्रिमिनल मामलों की बैरिस्टर हैं. जीत पर ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए उन्होंने कहा, "मुझे बहुत ख़ुशी है कि बोल्टन साउथ ईस्ट के मतदाताओं ने एक लेबर उम्मीदवार को चुना. यह बहुत ही विलक्षण अनुभव है मैं वादा करती हूं कि पूरी मेहनत से काम करूंगी."
ब्रिटिश संसद में आने वाले एशियाई मूल के पहले पुरुष दादाभाई नैओरोजी थे वे 1892 में सेंट्रल लंदन के फिन्सबरी से चुनाव जीते थे. 1997 में मोहम्मद सरवर पहले मुस्लिम थे जो ब्रिटिश सांसद बने.
रिपोर्टः पीटीआई/ आभा मोंढे
संपादनः ओ सिंह