बोर्ड से नाराज कामरान और शोएब
२ दिसम्बर २०१०आईसीसी ने कामरान अकमल और मलिक को न्यूजीलैंड के खिलाफ ट्वेन्टी 20 और टेस्ट मैचों के चयन के लिए हरी झंडी दिखा दी लेकिन पाकिस्तान बोर्ड ने उन्हें टीम में नहीं रखा.
कामरान ने इसके बाद नाराजगी से कहा, "मुझे बहुत दुख है कि मुझे टीम में नहीं रखा गया. पिछले महीने ही मैंने आईसीसी का एक ईमेल पाकिस्तान बोर्ड को फॉरवर्ड किया है, जिसमें मेरे लिए टीम में चुने जाने का रास्ता साफ कर दिया गया है. अब मैं जानना चाहता हूं कि मुझे टीम में क्यों नहीं रखा गया."
अगस्त में इंग्लैंड दौरे के बीच में आईसीसी ने कामरान अकमल और शोएब मलिक को नोटिस दिया था. उनसे इस साल मई में वेस्ट इंडीज में हुए ट्वेन्टी 20 वर्ल्ड कप के बारे में जानकारी मांगी गई थी.
पाकिस्तान की टीम में अकमल के अलावा मोहम्मद यूसुफ और दानिश कनेरिया को भी नहीं रखा गया है. यूसुफ को फिटनेस की वजह से हटाया गया है, जबकि दूसरे खिलाड़ियों के बारे में वजह नहीं बताई गई है.
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शोएब मलिक ने भी टीम में शामिल नहीं किए जाने पर बोर्ड से नाराजगी जताई. फरवरी से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेलने वाले मलिक का कहना है, "मैंने घरेलू क्रिकेट में अच्छा खेला है. मैंने पिछले 11 साल के करियर में कोई गलत काम नहीं किया है और टीम पर जब आरोप लगे, तो मैं टीम में था ही नहीं." समझा जाता है कि आईसीसी सिडनी और लॉर्ड्स में हुए टेस्ट मैचों की जांच करा रहा है. इन दोनों में मलिक नहीं खेले थे.
इससे पहले पाकिस्तान के एक समाचार चैनल ने इंग्लैंड के सट्टेबाज मजहर मजीद को यह कहते हुए दिखाया कि पाकिस्तान के कुल सात खिलाड़ी उसके नियंत्रण में थे और कामरान अकमल भी उनमें से एक था. अकमल ने यह माना है कि मजीद उनका एजेंट था लेकिन उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है.
कामरान पहले भी कई बार सवालों के घेरे में आ चुके हैं. इंग्लैंड दौरे में कामरान अकमल को दो टेस्ट मैच के बाद ही हटा दिया गया. इसके बाद जुल्करनैन हैदर को टीम में रखा गया, जिन्होंने हाल ही में संन्यास ले लिया है. कामरान को हटाए जाने के बाद उनके भाई अदनान अकमल को टीम में रखा गया.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः महेश झा