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बैंगलोर में टिकट खरीदने वालों को पुलिस की लाठियां

२४ फ़रवरी २०११

बैंगलोर में रविवार को होने वाले भारत इंग्लैंड मैच का टिकट खरीदने आए लोगों पर पुलिस ने जम कर लाठियां बरसाई. टिकट खरीदने उमड़ी भीड़ की पुलिस से झड़प हो गई जिसके बाद पुलिस लाठीचार्च में कई लोग घायल हो गए हैं.

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रविवार को इंग्लैंड भारत का मैचतस्वीर: AP

जानकारी के मुताबिक केवल सात हजार टिकट बिक्री के लिए मौजूद थे लेकिन टिकट खरीदने आए लोगों की तादाद इससे कई गुना ज्यादा थी. नतीजा टिकट खरीदने के लिए लोगों ने धक्का मुक्की शुरू कर दी. इस दौरान बैरिकेड्स टूट गए और फिर भीड़ पर नियंत्रण करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्च किया. पुलिस की कार्रवाई में कई लोग घायल हो गए जिन्हें अस्पताल ले जाया गया है.

रविवार को होने वाला मैच पहले कोलकाता के ईडेन गार्डन में होना था लेकिन समय पर तैयारियां पूरी न होने की वजह से उसे बैंगलोर में कराने का फैसला किया गया. वर्ल्ड कप में भारत के मैचों के लिए टिकटों की जबर्दस्त मांग है पर आयोजकों के पास ज्यादा टिकट है ही नहीं. बैंगलोर मैच के लिए भी आयोजकों के पास केवल 4000 टिकट ही थे. इसके अलावा मुंबई में होने वाले फाइनल मैच का टिकट हासिल करने के लिए भी लोग कुछ भी करने को तैयार हैं.

सोमवार को ऑनलाइन टिकट बेचने वाली एक एजेंसी के पास 1000 टिकटों को खरीदने के लिए केवल 20 मिनटों में ही 1 करोड़ लोगों ने लॉगिन कर लिया.

क्रिकेट वर्ल्ड कप के आयोजकों ने भारतीय अधिकारियों की बैंगलोर में टिकटों की बिक्री के दौरान हुए लाठीचार्च के लिए कड़ी आलोचना की है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद आईसीसी की तरफ से आयोजन समिति के चेयरमैन शरद पवार को भेजे गए खत से इस बात का पता चला है. आईसीसी ने टिकटों के बंटवारे और उनकी बिक्री के दौरान हुई गड़बड़ियों पर 'गहरी चिंता' जताई है. आईसीसी खासतौर से इसलिए भी चिंतित है क्योंकि मुंबई में होने वाले फाइनल मैच के लिए 4000 बचे हुए टिकटों की बिक्री काउंटर से की जानी है. आईसीसी ने चेतावनी देते हुए कहा है,"भारी मांग और कम टिकट होने के कारण टिकटों की बिक्री के दौरान गड़बड़ी होने की पूरी आशंका है इसलिए हम चाहते हैं कि टिकटों की बिक्री रद्द कर दी जाए."

आईसीसी ने इस बात पर भी चिंता जताई है कि कई लोगों को पैसे देने के बावजूद टिकट नहीं मिले हैं. ऐसा टिकटों की छपाई करने वाली कंपनी की लेटलतीफी के कारण हुआ है.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः आभा एम