बुबका लड़ेंगे ओलंपिक चुनाव
२९ मई २०१३न सिर्फ पोल वॉल्ट बल्कि खेल की दुनिया में अद्भुत जगह बनाने वाले 49 साल के बुबका छह बार के विश्व चैंपियन रह चुके हैं. उन्होंने न जाने कितनी बार विश्व रिकॉर्ड बनाया है. उन्होंने खुद को खेल से अलग न रख पाने के दावे के साथ एलान किया कि वह जाक रोगे की जगह पर अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति आईओसी के शीर्ष पद के लिए लड़ेंगे.
लगभग 12 साल के बाद रोगे यह पद सितंबर में खाली कर रहे हैं. बुबका के रेस में शामिल होने के साथ अब इसके लिए छह उम्मीदवार सामने आ चुके हैं. उम्मीदवारी के लिए छह जून की तारीख आखिरी है.
1988 के ओलंपिक में सोने का तमगा जीतने वाले बुबका बिलकुल अलग तरह की उम्मीदवारी पेश कर रहे हैं, "मैंने हमेशा सपना देखा है कि मैं कुछ वापस दे पाऊं. मैं हमेशा से अंतरराष्ट्रीय खेलों के साथ अपना जुड़ाव देखना चाहता हूं. यह मेरी जिंदगी है. यह मेरा जुनून है. मेरे पास इतनी ऊर्जा है कि मैं इसमें सब कुछ झोंक सकूं. खेल मेरी जिंदगी है. यह मेरे जीन में है."
छह छह दावेदार
बुबका के अलावा आईओसी के उपाध्यक्ष जर्मनी के थोमास बाख और सिंगापुर के नग सेर मियांग भी इस दावेदारी में शामिल हो चुके हैं. वित्तीय आयोग के अध्यक्ष पुएर्टो रिको के रिचर्ड कैरियन, गैरपेशेवर बॉक्सिंग संघ के अध्यक्ष ताइवान के सीके वू और स्विट्जरलैंड के अंतरराष्ट्रीय नौकाचालन संघ प्रमुख डेनिस ऑसवाल्ड भी रेस में हैं.
चुनाव अर्जेंटीना की राजधानी बुएनोस आयरेस में 10 सितंबर को होगा. बुबका इस चुनाव में सबसे युवा उम्मीदवार हैं, जो बाख से 10 साल छोटे हैं, जबकि ऑसवाल्ड और वू 66 साल के हैं. इस चुनाव में बाख की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है, जो ओलंपिक में तलवारबाजी कर चुके हैं.
बुबका ने सेंट पीटर्सबर्ग में अपनी दावेदारी का एलान किया, जहां 30 साल पहले वह पहली बार विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर पाए थे. उन्होंने खुद को एथलीट, बिजनेसमैन और खेल प्रशासक बताया है. उन्होंने कहा, "मुझे इस बात का यकीन है कि मेरा तजुर्बा मुझे आपके साथ एक प्लेटफॉर्म पर मिल कर काम करने में मदद करेगा, ताकि हम इस महान संस्था को अच्छी तरह से चला पाएं."
लंबा करियर
बुबका आईओसी के एथलेटिक्स फेडरेशन में 2007 से उपाध्यक्ष के तौर पर जुड़े हैं, जबकि वह एथलेटिक्स बोर्ड में 2000 से 2008 के बीच अपनी पारी खेल चुके हैं. उन्हें और सेबास्टियन को को अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स संघ के अगले प्रमुख के रूप में देखा जा रहा है, जिसका चुनाव 2015 में होना है.
बुबका 1988 से 2000 के बीच ओलंपिक में हिस्सा ले चुके हैं. उन्होंने सोवियत संघ के लिए 1988 में गोल्ड मेडल जीता. वह 1992 और 2000 में किसी भी ऊंचाई को हासिल नहीं कर पाए और 1996 के ओलंपिक में चोट की वजह से उन्हें हटना पड़ा था.
लेकिन बुबका ने 35 बार वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए. उनका 6.14 मीटर की ऊंचाई का आउटडोर रिकॉर्ड अब भी नहीं टूटा है, जो उन्होंने 1994 में बनाया था. इनडोर रिकॉर्ड भी अब तक उन्हीं के नाम है, जब 1993 में उन्होंने 6.15 की ऊंचाई पार कर ली थी.
बुबका ने रोगे के उस प्रस्ताव का समर्थन किया है, जिसके तहत आईओसी प्रमुख को तनख्वाह मिलनी चाहिए. अब तक यह एक स्वयंसेवी पद था. बुबका का कहना है कि वह इसका समर्थन करते हैं क्योंकि यह पूरे वक्त किया जाने वाला काम है, "अध्यक्ष को पैसा दिया जाना चाहिए क्योंकि अगर पैसा दिया गया, तो उस पर जिम्मेदारी आएगी."
एजेए/एएम(एपी)