बायर्न का मुकाबला रियाल से
२३ अप्रैल २०१४रियाल और बायर्न के मैच में रोनाल्डो और बेल के जादू पर नजर होगी और रिबेरी और रोबेन पर भी. सेमीफाइनल के पहले चरण का मुकाबला रियाल के स्टेडियम सांतियागो बेर्नाबाऊ में हो रहा है. इससे पहले एक और सेमीफाइनल में चेल्सी ने मैड्रिड के खिलाफ मैच 0-0 से ड्रॉ खेला है, जिसके बाद उस पर भी दबाव बढ़ गया है. अब दूसरे चरण का मैच खुद उसके ग्राउंड में होगा और उसमें मेहमान टीम का एक गोल दो के बराबर माना जाएगा.
इधर, अपने स्टेडियम में खेल रही रियाल का जोश दोगुना होगा, जिसने हाल ही में बार्सिलोना को हरा कर स्पेनी खिताब जीता है. वैसे तो वह नौ बार चैंपियंस लीग जीत चुका है, लेकिन इस बार 12 साल बाद सेमीफाइनल में पहुंचने का मौका मिला है. परेशानी सिर्फ यह है कि यूरोपीय कप के पांच सेमीफाइनल में वह बायर्न म्यूनिख से भिड़ा है और चार बार हार चुका है.
फिर उड़ेगा रॉकेट
चोट से उबरने के बाद सबसे बड़े मौजूदा फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो फर्राटा भरने को तैयार हैं. चार मैच मिस करने के बाद वह घुटने की चोट पर काबू पा चुके हैं. अच्छी बात यह रही है कि इस बीच टीम ने उनके बिना भी खेलना सीख लिया है. रोनाल्डो के लिए यह एक प्लस प्वाइंट होगा.
रोनाल्डो का साथ देने के लिए गैरेथ बेल होंगे, जिन्होंने हाल के कुछ मैचों में जबरदस्त प्रदर्शन किया है. कोपा डेल रे कप में तो उन्होंने अपने दम पर ऐसा खूबसूरत गोल किया, जो सीधा कप लेकर ही लौटा. उन्हें हल्का फ्लू है लेकिन मैच तक ठीक हो जाने की उम्मीद है.
चोट खाया बायर्न
महान गोलकीपर मानुएल नॉयर पिंडलियों की चोट से बाहर निकलते दिख रहे हैं, जिसके बाद बायर्न की चौकीदारी में वह कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे. नॉयर का कहना है, "मैं फिट महसूस कर रहा हूं. मैं समझता हूं कि जरूर खेल सकूंगा." हालांकि टीम में डेविड अलाबा और डिएगो कॉन्टेंटो भी घायल चल रहे हैं. नॉयर की जगह गोलकीपिंग करने वाले टॉम श्टार्के को भी चोट लगी हुई है.
मार्च में ही जर्मन लीग बुंडेसलीगा का खिताब जीत चुकी बायर्न की टीम आजकल जिन चीजों को छू रही है, वह सोना बन जा रहा है. लेकिन उन्हें इस अति आत्मविश्वास का खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है. पिछले मैच में वह जर्मनी की कमजोर समझी जाने वाली ब्राउनश्वाइग के खिलाफ हांफती दिखी. कोच पेप गार्डियोला का कहना है, "अगर हम दो शानदार खेल नहीं दिखाएंगे, तो फाइनल तक नहीं पहुंच पाएंगे."
कौन खेलेगा
रियाल के कोच कार्लो अनसेलोटी के लिए बायर्न से मुकाबला आसान नहीं होगा. खास तौर पर उन्हें फैसला करना होगा कि मध्य पंक्ति में जिम्मेदारी किसे सौंपी जाए. इसको को चोटिल रोनाल्डो की जगह मैदान में उतारने का फैसला सही साबित होता आया है और अब रोनाल्डो के लौटने पर इसको से समझौता करना होगा. दूसरी तरफी डी मारिया अच्छे फॉ़र्म में चल रहे हैं और उन्हें हटाने का सवाल ही पैदा नहीं होता.
यूं तो हर मैच नया होता है, फिर भी बड़े मैचों से पहले इतिहास पलटे जाते हैं. चैंपियंस लीग में बायर्न हमेशा रियाल पर भारी पड़ता आया है. उसने 1976, 1987, 2001 और 2012 में विजय हासिल की है. लेकिन रियाल 2011 के बाद से अपने ग्राउंड पर कभी भी चैंपियंस लीग का मैच नहीं हारा है.
एजेए/एमजे (एपी)