1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

बाबा रामदेव के आंदोलन के समर्थन में कमलनाथ

२३ मई २०११

अन्ना हजारे के अनशन के बाद बाबा रामदेव ने सत्याग्रह शुरू करने की घोषणा की तो नहीं सोचा होगा कि कांग्रेस से समर्थन मिलेगा. शहरी विकास मंत्री कमलनाथ ने कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में केंद्र सरकार भी हिस्सा लेगी.

https://p.dw.com/p/11Lhh
तस्वीर: DW

बाबा रामदेव के कैंप में हिस्सा लेने के बाद छिंदवाड़ा से सांसद कमलनाथ ने साफ कह दिया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सत्याग्रह में सरकार हिस्सा लेगी. "सिर्फ छिंदवाड़ा की जनता ही नहीं बल्कि केंद्र सरकार भी भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में हिस्सा लेगी." कमलनाथ का यह बयान पार्टी महासचिव दिगविजय सिंह के उस रुख के विपरीत है जिसमें उन्होंने बाबा रामदेव पर ताना कसा था.

दिगविजय सिंह कह चुके हैं कि बाबा रामदेव का अनशन सिर्फ एक स्टंट है और यह आखिर में फ्लॉप साबित होगा. "कई लोग अन्ना हजारे के पास आए और उनसे अनशन तोड़ने का निवेदन किया. लेकिन ऐसा हो सकता है कि रामदेव की मदद के लिए कोई नहीं आएगा. इसलिए बेहतर होगा कि अगर वह अनशन पर बैठने का फैसला न करें." इससे पहले भी दिगविजय सिंह कह चुके हैं कि बाबा रामदेव को अपनी संपत्ति घोषित करनी चाहिए.

दिगविजय सिंह के उलट कमलनाथ ने बाबा रामदेव की प्रशंसा में कहा कि उनकी वजह से योग अनुशासन का हिस्सा बन गया है और इसे पुनर्जीवित करने का श्रेय उन्हें ही जाता है. "बाबा रामदेव योग में एक क्रांति ले आए हैं जिससे भारत को मजबूती मिली है."

अन्ना हजारे ने जनलोकपाल बिल को लागू किए जाने के लिए अनशन किया और अब बाबा रामदेव भ्रष्टाचार के खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शनों की योजना बना रहे हैं. भ्रष्टाचार और विदेशी बैंकों में काले धन के खिलाफ उनका आंदोलन 4 जून से रामलीला मैदान में शुरू होने की योजना है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: आभा एम

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें