बातचीत से ही दूर होगा अविश्वासः कृष्णा
२० मई २०१०भारत के विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने न्यूज चैनल सीएनएन-आईबीएन के साथ बातचीत में कहा, "विदेश सचिवों और विदेश मंत्रियों को अविश्वास को ही दूर करना है और यही हमारी बातचीत का मुख्य एजेंडा होगा." कृष्णा 15 जुलाई को पाकिस्तान के दौरे पर जाएंगे जहां उनकी पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से मुलाकात होगी.
कृष्णा से पहले गृह मंत्री पी चिदंबरम सार्क देशों के गृह मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने पाकिस्तान जाएंगे. कृष्णा ने कहा कि चिदंबरम द्वारा किए जाने वाले स्थिति के मूल्यांकन के आधार पर ही विदेश मंत्रियों की बातचीत का एजेंडा तय होगा. कृष्णा के मुताबिक, "गृह मंत्री मुझसे पहले पाकिस्तान जा रहे हैं. उनकी पाकिस्तानी नेतृत्व से बात होगी जिसमें आतंकवादी गतिविधियों के सिलसिले में अब तक जुटाए गए तथ्यों को रखा जाएगा. वापसी पर चिदंबरम अपना मूल्यांकन पेश करेंगे. उसी के आधार पर हमारी बातचीत आगे बढ़ेगी."
कृष्णा ने कहा कि जब तक आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, सरकार के स्तर पर चीजें नहीं बदलेंगी. उन्होंने कहा, "जब तक आतंकवाद के खिलाफ कदम नहीं उठाए जाएंगे, स्थिति में कोई बदलाव नहीं होगा, भले ही मैं इस्लामाबाद चला जाऊं और विदेश मंत्री कुरैशी दिल्ली का दौरा कर लें."
उधर पाकिस्तान ने फिर कश्मीर समस्या को संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के मुताबिक हल करने की बात कही है. इस्लामाबाद में कश्मीर पर ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कांफ्रेंस (आईओसी) के एक सेमिनार के दौरान पाकिस्तान विदेश राज्यमंत्री मलिक अहमद खान ने यह बात कही. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि आईओसी ने इस बात को फिर दोहराया है कि कश्मीर समस्या का हल वहां के लोगों की इच्छा के अनुसार होना चाहिए.
बैठक में मौजूद सउदी अरब के विदेश राज्यमंत्री निजार मदानी, तुर्की के मंत्री जेवदेत इलमेज और अदामोउ सेदो और नाइजर के विदेश मंत्रालय के सलाहकार ने कश्मीरी लोगों के स्वनिर्धारण के अधिकार के प्रति अपने देशों का समर्थन व्यक्त किया.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह