बाख आईओसी के नए अध्यक्ष
११ सितम्बर २०१३अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष पद का चुनाव ब्राजील के शहर रियो दे जेनेरो में हुआ. दूसरे दौर में आईओसी के उपाध्यक्ष थोमास बाख को दूसरे दौर में 49 वोट मिले और वो विजेता चुने गए. जीत के बाद बाख ने अपनी टीम के साथ ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने के लम्हे को याद किया.
59 साल के बाख ने कहा, "मजेदार बात तो यह है कि मोंट्रियल में स्वर्ण पदक लेने वाला पल मुझे याद ही नहीं है. मुझे उसका अहसास तब हुआ जब मैं वापस अपने शहर पहुंचा, वहां सड़कों पर लोगों की कतार लगी थी. इस जीत का अनुभव भी कुछ वैसा ही है. इस वक्त मैं बहुत भावुक हूं. मैं कोशिश कर रहा हूं कि अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रख सकूं."
तलवारबाज रह चुके बाख को धैर्य और सही मौके पर वार करने की क्षमता के लिए जाना जाता है. वो लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष बनना चाहते थे. विश्लेषक बीते दो साल से कयास लगा रहे थे कि 2010 में उपाध्यक्ष चुने गए बाख आईओसी के अध्यक्ष बनेंगे या नहीं.
मंगलवार को मिली जीत के बाद जर्मन अधिकारी ने कहा, "मैंने सोचा कि मेरे लिए अच्छा अनुभव है, लगा कि एक एथलीट और एक स्वर्ण पदक विजेता होने के नाते मेरे अंदर जो समपर्ण है, उससे मैं कुछ लोगों को राजी कर पाऊंगा." बाख फिलहाल जर्मन ओलंपिक स्पोर्ट्स कंफेडेरेशन के प्रमुख हैं. यह पद अब उन्हें छोड़ना होगा.
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की छवि सुधारने में पूर्व अध्यक्ष जाक रोग का बड़ा योगदान है. रोग 2001 से 2013 तक ओलंपिक समिति के अध्यक्ष रहे. उन्हीं के कार्यकाल में कई देशों के ओलंपिक संघों पर धांधली और भ्रष्टाचार के आरोप लगे. धांधलियों की वजह से खुद अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की छवि को भी नुकसान पहुंचा. रोग ने इससे निपटने के लिए सख्त कदम उठाए.
आसान नहीं रास्ता
बाख को ये काम आगे बढ़ाना होगा, लेकिन खुद उन पर पद का लाभ उठाने के आरोप लगते रहे हैं. उनके कट्टर आलोचक पत्रकार और ब्लॉगर येंस वाइनराइष के मुताबिक बाख कूद मारकर दूसरों से आगे निकलना चाहते हैं. जर्मनी की मशहूर पत्रिका डेयर श्पीगल ने भी अपनी रिपोर्ट में बाख और जर्मन कंपनी सीमेंस के बीच 'सलाहकार करार' होने का दावा किया है. पत्रिका के मुताबिक करार दो लाख यूरो का है. आरोप है कि सीमेंस ने कुवैत में बड़ा निवेश का मौका पाने के लिए आईओसी की मदद लेने की कोशिश की.
बाख इन आरोपों से इनकार करते हैं. उनके मुताबिक ऐसे कई मौके होते हैं जहां दोस्ती और काम साथ आ जाते हैं. रूसी शहर सोची में होने वाले विंटर ओलंपिक अब आईओसी की पहली प्राथमिकता हैं. खेल फरवरी 2014 में होने हैं. मंगलवार को चुनाव के फौरन बाद रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने बाख को फोन पर बधाई दी.
ओलंपिक समिति पर आरोप लगते हैं कि वो मानवाधिकारों के मामले में रूस और चीन के खिलाफ चुप्पी साधती है. इनके जवाब में नए अध्यक्ष ने कहा, "आईओसी गैर राजनीतिक नहीं हो सकती. हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि ओलंपिक खेलों जैसा आयोजन, इसका राजनीतिक असर होता है. जब हम इस बारे में कोई फैसला करते हैं तो इन राजनीतिक असरों को भी ध्यान में रखते हैं."
रिपोर्ट: योश्खा वेबर/ओ सिंह (एएफपी, डीपीए)
संपादन: मानसी गोपालकृष्णन