बांग्लादेश में आम चुनाव की तारीख़ बदली
२४ नवम्बर २००८चुनाव की नई तारीख़ का ऐलान करते हुए हुदा ने कहा कि उन्हें यह भी कहा, 'हम उम्मीद करते हैं कि देश की राजनीतिक पार्टियां चुनाव के नए कार्यक्रम को स्वीकार करेंगी और कल से ही अपना चुनाव प्रचार शुरू कर देंगी.'
पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालेदा ज़िया की पार्टी बांग्लादेश नैशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के नेतृत्व में चार पार्टियों वाले इस्लामी गठबंधन ने चुनाव शामिल होने के लिए इन्हें कुछ देर से कराने की शर्त रखी थी. यह गठबंधन देश में दो साल से लगी इमरजेंसी को भी हटाने की मांग कर रहा है. इस बारे में हुदा का कहना है, 'उम्मीद है जब दिसंबर के मध्य में जब चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी तो इमरजेंसी को हटा लिया जाएगा. इस बारे में सरकार से क़दम उठाने को कहा गया है.'
बांग्लादेश में पिछले दो साल से सेना के समर्थन वाली अंतरिम सरकार का शासन है. इस दौरान कई तरह के चुनाव और राजनीतिक सुधार किए गए हैं. इनके तहत भ्रष्टाचार के तहत मुहिम में दो पूर्व प्रधानमंत्रियों खालेदा जिया और शेख़ हसीना को एक साल हिरासत में रखा गया. चुनाव में शामिल होने के लिए दोनों को ज़मानत पर रिहा किया गया है.
अंतरिम सरकार के प्रमुख फ़ख़रूद्दीन अहमद ने 2008 के अंत देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के जरिए लोकतंत्र की बहाली का वादा किया है.