बर्लिन दीवार से नीचे मौजूद सुरंग पहली बार खोली गई
८ नवम्बर २०१९शनिवार को दीवार गिरने की 30वीं वर्षगांठ से दो दिन पहले इस सुरंग को खोला गया. यह सुरंग बैर्नाउर श्ट्रासे पर बर्लिन दीवार के मुख्य स्मारक के पास ही है. बर्लिन के मेयर मिषाएल म्यूलर ने 100 मीटर की इस सुरंग को खोलते हुए उन लोगों को धन्यवाद दिया जिन्होंने इसे बनाया था.
उन्होंने भागने के इस रास्ते पर लगी प्रदर्शनी भी देखी और कहा, "यह देखकर बहुत जबरदस्त अहसास होता है कि आजादी की लड़ाई यहां जमीन के नीचे भी लड़ी जा रही थी. यहां पर आप उन महिलाओं और पुरुषों के साहस को अनुभव कर सकते हैं जिन्होंने लोगों को आजादी में ले जाने की कोशिश की और पूर्वी जर्मनी की सत्ता का विरोध किया."
इस सुरंग को पूर्वी जर्मनी के कुछ विद्रोहियों ने बनाया था, जो भागकर पश्चिमी जर्मनी में चले गए थे. उन्होंने इसके निर्माण का काम बर्लिन की दीवार बनने के नौ साल बाद यानी 1970 में शुरू किया था.
वे चाहते थे कि उनके दोस्त और परिजन इस सुरंग के जरिए बर्लिन के पश्चिमी हिस्से में पहुंच जाएं. लेकिन इस सुरंग का काम पूरा होने से कुछ दिन पहले ही पूर्वी जर्मन अधिकारियों को इसका पता चल गया. फिर उन्होंने इसका एक हिस्सा ध्वस्त कर दिया.
अब आम लोग इस सुरंग को देख सकते हैं. वहां बर्लिन की दीवार और इस तरह की अन्य सुरंगों को लेकर एक प्रदर्शनी भी चल रही है. बर्लिन की दीवार 28 साल तक रही. उस दौरान 70 से ज्यादा सुरंगें बनी जिनके जरिए लोग बर्लिन के पूर्वी हिस्से से पश्चिमी हिस्से में आना चाहते थे. और लगभग 300 लोगों की कोशिशें कामयाब भी रहीं.
एके/आईबी (एपी, एपीडी)
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