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बड़े बेआबरू होकर कंगारुओं के कूचे से तुम निकले

२८ जनवरी २०१२

महाशतक और ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने की ख्वाहिश रखने वाले हर शख्स को लग रहा है कि वह किस घोर गफलत में जी रहा था. ऑस्ट्रेलिया ने भारत का ऐसा सूपड़ा साफ किया कि दिग्गजों की शक्ल देख टीवी बंद करने मन कर रहा है.

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तस्वीर: AP

एडिलेड टेस्ट में भी भारतीय टीम ने अपना शर्मनाक प्रदर्शन जारी रखा. टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच टीम इंडिया 298 रन से हार गई. सीरीज से पहले कमजोर टीम की तरह आंकी जा रही ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 4-0 से भारत का सूपड़ा साफ कर दिया.

नामी गिरामी बल्लेबाजों से सजी भारतीय टीम पूरी सीरीज के दौरान एक बार भी ऑस्ट्रेलिया को चुनौती देती नहीं दिखी. वीरेंद्र सहवाग, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण बल्ले से फुस्स साबित हुए. सचिन तेंदुलकर भी ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों के आगे घुटने टेकते दिखे.

सिडनी की तरह एडिलेड में टीम इंडिया से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीदें थीं. लेकिन भारतीय टीम ने एक बार फिर लचर बल्लेबाजी का श्रेष्ठ उदाहरण पेश किया. टीम पहली पारी में 272 और दूसरी पारी में 201 पर ढेर हो गई.

Cricketspieler Rahul Dravid
दीवार में छेदतस्वीर: AP

एक तरफ ऑस्ट्रेलिया के कप्ताई माइकल क्लार्क 329 और 210 रन की पारी खेल गए. दो साल से शतकों के लिए छटपटा रहे रिकी पोटिंग एक दोहरा और एक क्लासिकल शतक जड़ गए. वहीं दूसरी तरफ सचिन, द्रविड़, सहवाग, गंभीर और लक्ष्मण क्लार्क और पोंटिंग के शतकों पर ताली बजाते रह गए.

सीरीज में मिली जबरदस्त कामयाबी के बाद क्लार्क ने कहा, " यह बहुत अच्छी शुरूआत है. स्कोरबोर्ड पर 4-0 बहुत आसान दिखता है पर यह इसे पाना बहुत आसान नहीं है. पिछली गर्मियां खराब रही थी. लेकिन इस बार हमने तय किया था कि दोबारा वैसा न हो. मैं अपने करियर में किसी सीरीज में इतने रन नहीं बनाए."

वहीं भारतीय टीम में अब बदलाव की तैयारी हो रही है. कप्तान धोनी कहते हैं, "हमें देखना और इंतजार करना है. हमारी अगली टेस्ट सीरीज अब सितंबर में है. हमारे पास काफी समय है, हम जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं करेंगे."

माना जा रहा है कि भारतीय टीम में अब कुछ बड़े बदलाव होंगे. वीवीएस लक्ष्मण की छुट्टी हो सकती है. रोहित शर्मा को ऑस्ट्रेलिया ले जाया गया लेकिन उन्हें एक बार भी मैदान पर नहीं उतारा गया. इस पर बहस होगी और जाहिर है रोहित के लिए अगली टेस्ट सीरीज में मैदान पर उतरने का रास्ता बनेगा. द्रविड़ पर दबाव बढ़ेगा. सचिन तेंदुलकर के महाशतक का भी अब पहले जैसी बेसब्री से इंतजार नहीं होगा.

इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में मिली करारी हार के बाद यह भी तय है कि यह टीम वाकई नंबर एक टेस्ट टीम होने की हकदार नहीं थी. अब यह और पुख्ता तरीके से साबित हो चुका है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ओ सिंह

संपादनः एन रंजन