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बच्चों की मौत पर माफी नाकाफीः करजई

७ मार्च २०११

अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई ने अमेरिकी सैन्य कमांडर जनरल डेविड पेट्रियस से कहा है कि नाटो की हवाई कार्रवाई में नौ बच्चों की मौत के मामले पर उनकी माफी काफी नहीं है. कुन्नार में हुए हमले के विरोध में सड़कों पर उतरे लोग.

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कड़े होते करजईतस्वीर: PA/dpa

अफगानिस्तान में तैनात नाटो के अंतरराष्ट्रीय सहायता सुरक्षा बल (आईसैफ) ने कहा है कि इन बच्चों को गलती से चरमपंथी समझ लिया गया और हवाई कार्रवाई में वे मारे गए. कुन्नार प्रांत के दार-ए-पेच जिले में मंगलवार को हुए इस हमले के दौरान ये बच्चे लकड़ियां जमा कर रहे थे. इस घटना पर पेट्रियस और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, दोनों ने ही माफी मांगी है.

पश्चिम के समर्थन वाली करजई सरकार पहले ही इस हमले की निंदा कर चुकी है. लेकिन रविवार को मंत्रिमंडल की एक बैठक के दौरान देश में तैनात विदेशी सेनाओं के कमांडर पेट्रियस को अफगान सरकार की नाराजगी से अवगत कराया गया. अफगान राष्ट्रपति कार्यालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया, "राष्ट्रपति ने कहा कि डेविड पेट्रियस की माफी काफी नहीं है. आम लोगों की मौतें अफगानिस्तान और अमेरिका के बिगड़ते संबंधों की मुख्य वजह है. लोग इस तरह की बातों से थक चुके हैं और अब माफी और निंदा से काम नहीं चलेगा. अफगान लोगों की तरफ से मैं आपसे कहता हूं कि आप आम लोगों की मौतों को रोकें."

आम लोगों की मौतें और खासकर बच्चों की मौतें युद्ध से तबाह अफगानिस्तान में बहुत संवेदनशील मामला है. अमेरिका के नेतृत्व में 2001 के हमले के बाद से ही तालिबान उग्रवादी विदेशी सेनाओं को कड़ी टक्कर दे रहे हैं. करजई का कहना है कि आम लोगों की मौतों की वजह से लोग उनकी अमेरिका समर्थक सरकार के खिलाफ खड़े होने लगे हैं. करजई ने कहा कि बच्चों की मौतों से एक हफ्ते पहले कुन्नार प्रांत के गाजियाबाद जिले में 65 लोगों की मौत हुई जो लड़ाके नहीं थे. इसके बाद नंगहार प्रांत में भी अफगान अधिकारियों ने सैन्य अभियान में छह आम लोगों के मारे जाने की बात कही.

सैन्य अभियानों में आम लोगों की मौतों का विरोध करने के लिए लगभग 500 लोग रविवार को काबुल की सड़कों पर उतरे. ये लोग अमेरिका विरोधी नारे लगा रहे थे. एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "हमें हमलावर ताकतें नहीं चाहिए." दूसरे ने कहा, "राष्ट्रपति हामिद करजई की सरकार मुर्दाबाद." एक व्यक्ति का कहना था, "जब मैंने प्रदर्शन देखा और पाया कि यह अमेरिका के खिलाफ है तो मैं भी शामिल हो गया."

रविवार को पूर्वी अफगानिस्तान में हुए एक बम धमाके में 12 लोग मारे गए. तालिबानी अंदाज का एक देसी बम पकतिका प्रांत में एक कार में रखा गया था. प्रांतीय प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि मरने वालों में पांच बच्चे, दो महिलाएं और पांच पुरूष शामिल हैं. ये लोग पड़ोसी पाकिस्तान से आ रहे थे.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः एन रंजन

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