बच्चों का बर्लिनाले
यहां सब कुछ बड़ों जैसा ही है, कुछ मामलों में उनसे भी अच्छा. शानदार फिल्में, बढ़िया दर्शक और दुनिया भर की सैर. ये है बर्लिनाले, लेकिन बच्चों के लिए.
इनके लिए भी
वे अपने हीरो को पर्दे पर देख कर खुश होते हैं, हंसते हैं, ताली बजाते हैं और कभी हंसते हंसते लोटपोट भी हो जाते हैं. 1978 से बर्लिनाले में बच्चों का भी सेक्शन है, जो दुनिया किसी और फेस्टिवल में नहीं होता.
असीम सफलता
बच्चों के इस सेक्शन का नाम है जनरेशन और इसमें दो प्रोग्राम हैं, 13 साल तक के बच्चों के लिए 'के प्लस' और 14 साल से ऊपर के किशोरों के लिए '14प्लस.' पांच सिनेमाघरों में करीब 60 हजार दर्शक जमा होते हैं और इन्हें यहां देखने को मिलती हैं, एक से एक फिल्में.
एनिमेशन सबसे आगे
इस साल के प्लस की शुरुआत फ्रांस की मशहूर एनिमेशन फिल्म लूलू, द इनक्रेडिबल सीक्रेट से हुई. ये कहानी टॉम, एक थोड़े डरपोक से खरगोश और एक शाकाहारी बन चुके भेड़िये लूलू की दोस्ती की कहानी है.
बच्चों के लिए
1993 से मारियाने रेडपाथ इस सेक्शन के लिए काम कर रही हैं, शुरुआत में इसका नाम 'किंडरफिल्मफेस्ट' यानी बाल फिल्म महोत्सव था. 2008 से वह इसकी प्रमुख हैं. इसमें ऐसी फिल्में ली जाती हैं, जो बच्चों की कहानियां बताती हैं.
दुनिया भर से
चीनू गांव की दुनिया में खुद को एडजस्ट नहीं कर पाता. पिता की मौत के बाद बड़े शहर से वह मां के साथ गांव रहने आता है. प्रकृति और समंदर से वह दोस्ती नहीं कर पाता. दोस्त उसे मिलते हैं या नहीं, इसी बारे में है फिल्म किल्ला यानी किला. यह फिल्म मराठी में बनी है.
खास चुनाव
1600 फिल्मों में से 60 लंबी और छोटी फिल्में चुनी गई हैं. इनमें से एक है जापानी फिल्म 'मेरी रूह की खुशी'. 11 साल के बच्चों को यह फिल्म बताती है कि प्राकृतिक संकट के बाद कैसे जीवित रहा जा सकता है.
गंभीर सवाल
मौत से कैसे जूझा जाए. इस मुद्दे पर हर संस्कृति अलग तरह से सोचती है. 'अबव अस ऑल' यानी हम सब से ऊपर नाम की फिल्म इसी बारे में है. शाय ने अपने पूर्वजों से सीखा है कि उसकी मां की आत्मा तारा बन गई है. लेकिन उनके नए घर बेल्जियम में इस बारे में कोई नहीं जानता.
दर्शकों से ज्यादा
बच्चे और किशोर बर्लिनाले में सिर्फ दर्शक ही नहीं हैं, वो फिल्मों के बाद निर्देशकों या अभिनेताओं से बहस करते हैं. उनके अपने रिपोर्टर हैं, जो समारोह के बारे में रिपोर्टिंग करते हैं. वह बाल या युवा जूरी सदस्य भी बन सकते हैं.
अलग अलग नजरिया
14प्लस में रोड मूवी और म्यूजिक मूवी बहुत पसंद की जाती हैं. के प्लस और 14प्लस में दो अंतरराष्ट्रीय जूरी पुरस्कारों की घोषणा करती हैं. 11 बच्चे और सात किशोर जूरी सदस्य बेस्ट फिल्मों को कांच के भालू देते हैं.