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बंगाल में कांग्रेस 65 सीटों पर लड़ने को राजी

२१ मार्च २०११

कई दिनों से जारी सस्पेंस को खत्म करते हुए कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ने सीटों के बंटवारे पर मतभेदों को सुलझा लिया है. कांग्रेस अब 90 सीटों की मांग को छोड़ते हुए 65 सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार हो गई है.

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संकटमोचक मुखर्जी ने सुलझाया दिया संकटतस्वीर: Fotoagentur UNI

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और वरिष्ठ नेता व वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी की मुलाकात के बाद इस सहमति की घोषणा की. मुखर्जी ने तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी से भी टेलीफोन पर बात की. कांग्रेस के प्रवक्ता शकील अहमद ने नई दिल्ली में कहा, "पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस के साथ कांग्रेस की सीटों के लिए सहमति हो गई है. हम उम्मीद करते हैं कि यह गठबंधन बंगाल के लोगों को वाम मोर्चे के कुशासन से मुक्ति दिलाएगा." अहमद ने बताया कि कांग्रेस 65 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि तृणमूल 229 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी.

कांग्रेस ने पहले 90 सीटों की मांग की, लेकिन तृणमूल कांग्रेस 45 से ज्यादा सीटें देने को तैयार नहीं थी. कई दौर की बातचीतों के दौरान कांग्रेस ने अपनी मांग को घटा कर 70 सीटों पर ला लिया लेकिन तृणमूल कांग्रेस ने कहा वह 64 सीटें ही दे सकती है. गतिरोध के बीच तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को एकतरफा तौर पर 228 सीटों के लिए उम्मीदवारों का एलान कर दिया.

अहमद ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस ने गठबंधन डील के लिए कोई समझौता नहीं किया है. उनका कहना है, "जब दो पार्टियां एक साथ बातचीत के बाद कोई फैसला करती हैं तो समझौता या आत्मसमर्पण करने का कोई सवाल ही नहीं है. सभी को इसका सम्मान करना चाहिए. हर पार्टी ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लडऩा चाहती है, लेकिन जब वे बातचीत की मेज पर बैठती हैं तो आपसी सहमति के आधार पर संख्या तय की जाती है."

प्रेस कांफ्रेस में मौजूद बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष मानस भुइंया से जब पूछा गया कि क्या प्रादेशिक पार्टी ईकाई इस समझौते से सहमत है तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. इससे पहले उन्होंने कांग्रेस हाई कमान को 90 नामों की सूची दी जिन्हें चुनाव लड़ाने की तैयारी थी. भुइंया ने बस इतना कहा, "हमारी राष्ट्रीय पार्टी है और मैं बंगाल पीसीसी का प्रमुख हूं. मैंने अपने लोगों की भावनाओं को पार्टी हाई कमान तक पहुंचा दिया है. अब फैसला दोनों पार्टियों के केंद्रीय नेतृत्व ने लिया है. पश्चिम बंगाल की पार्टियां इसका पालन करेंगी."

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः उभ

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