फ्लोरिडा के ईको सिस्टम को निगलते अजगर
१३ जुलाई २०१८अमेरिकी प्रांत फ्लोरिडा मगरमच्छों के लिए विख्यात है. मगरमच्छों को वहां का राजा कहा जाता है लेकिन अब नई प्रजाति उनके दबदबे को चुनौती दे रही है. यह प्रजाति है बर्मी अजगर. भारत समेत दक्षिण पूर्वी एशिया में पाए जाने वाले इन अजगरों को 1970 के दशक में कोई अमेरिका ले गया. कुछ समय तक उन्हें पालने के बाद उस शख्स ने बेहद गैर जिम्मेदार तरीके से उन्हें जंगल में छोड़ दिया.
फ्लोरिडा की जलवायु एशिया के अजगरों को रास आई. वहां खूब भोजन मिलने और कोई प्राकृतिक दुश्मन न होने से बर्मी अजगरों की तादाद बहुत तेजी से फैली. अब इसके घातक परिणाम सामने आ रहे हैं. माना जा रहा है कि फ्लोरिडा में इस वक्त 1,50,000 से ज्यादा बर्मीज पायथन हैं. वन्यजीवन में वो गहरी घुसपैठ कर चुके हैं.
बर्मी अजगर 23 फुट तक लंबा हो सकता है. उसका वजन 113.4 किलोग्राम तक पहुंच सकता है. इन अजगरों ने फ्लोरिडा के जंगलों में रहने वाले ज्यादातर रैकून, लोमड़ी, हिरण, खरगोश और परिंदे चट कर दिए हैं. जमीन पर घात लगाकर शिकार करने वाले ये अजगह पानी में तैरकर और पेड़ों पर कुंडली मारकर भी दूसरे जीवों को निवाला बना रहे हैं.
विदेशी प्रजातियों की घुसपैठ पर नजर रखने वाले एनिमल बायोलॉजिस्ट माइकल किर्कलैंड चिंता में डूबे हैं, "फर वाले पशुओं की आबादी में हमने 99 फीसदी गिरावट दर्ज की है. अब वे पानी में रहने वाले पंछियों और कभी कभार मगरमच्छों को भी निशाना बना रहे हैं." हाल ही में वन्य जीव संरक्षकों ने 10 फुट लंबे अजगर की जकड़ से एक चार फुट लंबे मगरमच्छ को आजाद कराया.
छोटे वन्य जीवों के सफाये का असर पूरे आहार चक्र पर दिख रहा है. मगरमच्छों और फ्लोरिडा पैंथर (प्यूमा) को भूखे रहना पड़ रहा है. किर्कलैंड कहते हैं, "मियामी डैड काउंटी, एवरग्लेड्स नेशनल पार्क और उसके आस पास के इलाके में तो अजगरों ने पूरी तरह उनका आहार ही खत्म कर दिया है. अब यहां आहार चक्र में सबसे ऊपर अजगर हैं." अजगर अपने वजन से 111 फीसदी ज्यादा बड़ा शिकार निगल सकते हैं.
एवरग्लेड्स नेशनल पार्क और उसके आस पास के 16,187 वर्गकिलोमीटर इलाके में कभी वन्य जीवों की हजारों प्रजातियां रहती थीं. लेकिन आज जिधर देखो वहां अजगर ही अजगर हैं. किर्कलैंड कहते हैं, "कुछ नहीं करना कोई उपाय नहीं है." अब राज्य में अजगरों के शिकार की प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं.
हाल में ही 1,100 अजगर पकड़े गए. अब शिकारियों को बंदूक के साथ एवरग्लेड्स नेशनल पार्क के भीतर जाने की इजाजत भी दी जा रही है. किर्कलैंड के मुताबिक अजगरों का गढ़ पार्क ही है. किर्कलैंड का कहना है कि अगर अजगरों को पार्क के भीतर जाकर खत्म नहीं किया गया तो वे पश्चिम और उत्तर का रुख करेंगे और ईको सिस्टम को तबाह करते चले जाएंगे.
(भारत में सदियों से सपेरे नाग व सांप को पकड़ते आये हैं. सपेरे शायद, दुनिया के सबसे अनुभवी सांप विशेषज्ञ हैं. लेकिन इनके हुनर की कोई कद्र नहीं.)
रिपोर्ट: मारिया बैकेलपुलो/ओएसजे