स्मार्ट प्रेशर कुकर
२५ फ़रवरी २०१४बर्तनों की जर्मन कंपनी फिसलर ने ये खास तरह के बर्तन फ्रैंकफर्ट में हुए व्यापार मेले में दिखाए. इन बर्तनों को खास उन लोगों के लिए तैयार किया गया है, जिनके लिए खाना बनाना नया और मुश्किल काम है. कई बार बर्तन के गर्म होने का ठीक पता न होने के कारण नए खाना बनाने वाले घबरा जाते हैं. कंपनी का दावा है कि ये बर्तन उनके लिए काफी मददगार साबित होंगे. किचन में कई अन्य तरह की डिजिटल सुविधाएं पहले से ही बाजार में मौजूद हैं.
कैसे करता है काम
फिसलर की प्रेशर कुकर की इस ताजा रेंज का नाम है 'वीटाकंट्रोल डिजिटल' जो कि खाना बनाने वाले से संवाद स्थापित करती है. इसके लिए प्रेशर कुकर में ब्लू टूथ या फिर स्मार्टफोन ऐप का इस्तेमाल होता है. आप इसकी मदद से यह तय कर सकते हैं कि आप जो पका रहे हैं उसके लिए किस तरह का कुकिंग प्रोग्राम इस्तेमाल करना चाहते हैं. इसी के आधार पर कुकर समय सीमा तय करेगा. ऐप खाना बनने के समय कुकर के तापमान पर नजर रखता है. अगर तापमान बढ़ाने या घटाने की जरूरत होगी तो ऐप आपको बताएगा.
प्रेशर कुकर में खाना भाप तैयार होने से बनता है. कई नए खाना बनाने वाले इससे निकलने वाली भाप से अक्सर घबरा जाते हैं. जब कुकर के अंदर भाप से ज्यादा दबाव बनने लगेगा तब भी कुकर बता देगा कि आंच धीमी करने की जरूरत है. कंपनी के बिजनेस मैनेजर मार्कस एच केप्का ने बताया, "जब कुकर ज्यादा गर्म हो जाता है तो वह ऐप की मदद से फोन में एक अलार्म बजा देता है और आपको सेटिंग बदलने के संकेत देता है."
फिसलर के इस ऐप में उपभोक्ताओं के लिए कई खास पकवानों को बनाने की विधि और 140 अलग अलग खानों के बारे में पोषण संबंधी जानकारी भी मौजूद है. ऐप यह भी बताता है कि कब प्रेशर कुकर को जांच की जरूरत है या कब उसका रबर खराब हो रहा है. कुछ ही महीनों में इस प्रेशर कुकर के जर्मन बाजार में उपलब्ध होने की उम्मीद की जा रही है.
कोड बताएगा तरीका
व्यापार मेले में अन्य कंपनी एलो एंड एवेरिन ने भी घोषणा की है कि वह अपने किचन उपकरण आगे से क्यूआर (QR) कोड के साथ बेचेंगे, जिसका मतलब है 'क्विक रिस्पांस'. इस कोड को ग्राहक अपने स्मार्टफोन की मदद से स्कैन कर सकते हैं. कॉफी मशीन हो या प्रेशर कुकर, उस उत्पाद के बारे में सारी जानकारी ग्राहक अपने स्मार्टफोन या लैपटॉप पर हासिल कर सकते हैं. इस जानकारी में उसे इस्तेमाल करने के सारे दिशानिर्देश क्यूआर की मदद से हासिल किए जा सकेंगे. अगले महीने से ये उपकरण बाजार में उपलब्ध होंगे.
एसएफ (डीपीए)