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फुटबॉल के दीवाने, होफेनहाइम फैन का गुस्सा

१६ अगस्त २०११

बुंडेसलीगा में शनिवार को होफेनहाइम और बोरुसिया डोर्टमुंड का मैच जीत हार से कहीं ज्यादा किसी और बात के लिए चर्चा में है. अपनी टीम होफेनहाइम को हूट किए जाने से परेशान एक प्रशंसक ने माइक पर ऐसा चिल्लाया कि सब चकरा गए.

https://p.dw.com/p/12HBk
Redaktionshinweis: ********ACHTUNG********* Verwendung des Bildes nur im redaktionellen Zusammenhang und bei unbedingter Nennung von "www.schwatzgelb.de" als Quelle!! +++ Fussball, Bundesliga, Saison 2011/2012, 2. Spieltag, 1899 Hoffenheim - Borussia Dortmund, Samstag (13.08.11), Rhein-Neckar-Arena, Sinsheim: Eine Beschallungsanlage steht unter Dortmunds Fanblock. Fussball-Bundesligist TSG Hoffenheim hat am Montag (15.08.11) erklaert, dass die Beschallung des Dortmunder Gaesteblocks am Samstag von einem Mitarbeiter "eigenmaechtig" durchgefuehrt worden sei. Nach dessen Aussage habe die Aktion einen "eher scherzhaften Charakter" gehabt. Dortmunder Fans hatten am Sonntag (14.08.11) Anschuldigungen erhoben, wonach in ihrem Block immer dann ein durchdringender Piepton zu hoeren gewesen sei, wenn Gesaenge gegen den Hoffenheimer Maezen Dietmar Hopp angestimmt wurden. (zu dapd-Text) Foto: www.schwatzgelb.de/dapd
Lautsprecheranlage Bundesligastadionतस्वीर: www.schwatzgelb.de

माइक पर उसने इतनी अजीबो गरीब आवाजें निकालीं कि दर्शकों और खिलाड़ियों को भी परेशानी हुई. हालांकि इस शोर मचाने वाले व्यक्ति को ढूंढने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी. उसने खुद मान लिया है कि मैच के दौरान उसने अपनी मर्जी से यह काम किया है. इस करनी के बारे में पहले से किसी अधिकारी या टीम के किसी भी सदस्य को कोई जानकारी नहीं थी. डॉर्टमुंड यह मैच 1-0 से हार गया था.

Fussball, 1. Bundesliga, Saison 2011/2012, 2. Spieltag, TSG 1899 Hoffenheim - Borussia Dortmund, Samstag (13.08.11), WIRSOL Rhein-Neckar-Arena, Sinsheim: Dortmunds Trainer Juergen Klopp gestikuliert am Spielfeldrand. +++ Achtung Bildredaktionen: Die Verwendung der Bilder fuer die gedruckten Ausgaben der Zeitungen und andere Print-Medien ist ohne Einschraenkungen moeglich. Die DFL erlaubt ausserdem die Publikation und Weiterverwertung von maximal sechs Bildern pro Spiel im Internet. Eine Weiterverwertung im IPTV, Mobilfunk und durch sonstige neue Technologien ist erst 2 Stunden nach Spielende der jeweiligen Wettbewerbsspiele der Bundesliga und 2. Bundesliga erlaubt! Foto: Ronald Wittek/dapd
Flash-Galerie Fußball 1. Bundesliga 13.08.2011 Hoffenheim Dortmund Trainerतस्वीर: dapd

बताया जाता है कि टीम की हूटिंग से दुखी और गुस्साया यह व्यक्ति टीएसजी 1899 होफेनहाइम टीम का एक कर्मचारी था. क्लब के बयान में कहा गया है कि यह व्यक्ति सहन न किए जा सकनी वाले टीम की हूटिंग के खिलाफ कुछ करना चाहता था. मैच के दौरान डॉर्टमुंड के फैन्स लाउडस्पीकर पर चिल्ला रहे थे और होफनहाइम का मजाक उड़ाने वाले गाने गा रहे थे.

इस कनफोड़ू हल्ले पर कानूनी कार्रवाई तो निश्चित ही होगी. हाइडलबर्ग की पुलिस ने 1899 के खिलाफ कार्रवाई की है. पुलिस के प्रवक्ता हेराल्ड कुर्जर ने कहा, "फोर्जहाइम के फैन ने यहां शिकायत दर्ज करवाई है, हम शारीरिक चोट के संदेह की छानबीन कर रहे हैं."

इस मामले पर हाइडेलबर्ग की अदालत में सुनवाई होगी. जिस उपकरण के जरिए यह शोर मचाया गया, वह अब भी पुलिस के हाथ नहीं लगा है. डॉयचे फुटबॉल लीग डीएफएल के नियमों के मुताबिक खेल के दौरान लाउडस्पीकर पर शोर मचाने की अनुमति नहीं है.

Dortmund's Shinji Kagawa, right, and Hoffenheim's Sejad Salihovic, left, and Roberto Firmino challenge for the ball during the German first division Bundesliga soccer match betweenTSG 1899 Hoffenheim and Borussia Dortmund in Hoffenheim, Germany, Saturday, Aug. 13, 2011. (Foto:Michael Probst/AP/dapd) NO MOBILE USE UNTIL 2 HOURS AFTER THE MATCH, WEBSITE USERS ARE OBLIGED TO COMPLY WITH DFL-RESTRICTIONS, SEE INSTRUCTIONS FOR DETAILS
Flash-Galerie Fußball 1. Bundesliga 13.08.2011 Hoffenheim Dortmundतस्वीर: dapd

होफेनहाइम क्लब के लिए पैसे देने वाले डीटमार हॉप भी कहते हैं, "जो मुझे 90 मिनट तक अपमानित कर रहा है, उसे इतनी संवेदनशील प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए. अगर बीवीबी के फैन्स पुलिस में शिकायत करते हैं तो मुझे अपमान के खिलाफ 200 शिकायतें दर्ज करवानी होंगी. जो भी मेरे लिए पवित्र है उस सबकी कसम खा कर मैं कहता हूं कि मुझे इस बारे में पहले से कुछ भी नहीं पता था."

दरअसल होफेनहाइम एक ऐसा क्लब है जिसकी अपनी कोई परंपरा नहीं है. होफेनहाइम के खिलाड़ी इस टीम में नहीं है. डीटमार हॉप धनी व्यक्ति हैं जो अच्छे खिलाड़ी और कोच खरीदते हैं. इस टीम में अधिकतर ऐसे खिलाड़ी हैं जो बाहर के हैं, जिनका इस इलाके या टीम से कोई लगाव नहीं है और इसिलिए जर्मन लीग में इस टीम का एक तरह से बायकॉट किया जा रहा है.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः ए कुमार