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फीफा की कार्यकारी समिति में पहली बार महिला

२२ मई २०१२

महिलाओं की भागीदारी पर संसद से लेकर सड़क तक बहस जारी है. इसी बीच फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था, फीफा ने इस मामले में पहल की है और लीडिया नेसकेरा को कार्यकारिणी में नामजद किया है.

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तस्वीर: picture alliance/Sven Simon

फीफा ने पहली बार अपनी कार्यकारिणी समिति में किसी महिला को जगह दी है. नियमों में सुधार करते हुए फीफा ने नैतिकता समिति में भी बदलाव किया है. लीडिया नेसकेरा बुरुंडी फुटबॉल एसोसियेशन की अध्यक्ष हैं. उन्हें इसी सप्ताह होने वाले 62वें फीफा कांग्रेस में बतौर समिति सदस्य शामिल किया जाएगा. 45 साल की नेसकेरा विश्व कप समिति की सदस्य हैं. वह 2009 से अतंरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की भी सदस्य हैं. नेसकेरा फीफा की महिला फुटबॉल समिति की सदस्य हैं. इसके अलावा वे महिला वर्ल्ड कप और ओलंपिक फुटबॉल टूर्नामेंट की फीफा आयोजन समिति की भी सदस्य हैं.

लीडिया नेसकेरा की नियुक्ति के बारे में फीफा की ओर से एक बयान भी जारी किया गया है. बयान में कहा गया है, "फीफा ने कार्यकारिणी समिति की विशेष बैठक बुलाई है. इसका मकसद अध्यक्ष का चुनाव है. एक बार फीफा जरूरी सुझावों को मान्यता दे दे इसके 60 दिन बाद ये लागू हो जाएगा." नेसकेरा का औपचारिक चुनाव 2013 में होगा जब फीफा का नया संविधान लागू हो जाएगा.

Frauenfußball-WM in Deutschland 2011 Jahresrückblick
तस्वीर: picture-alliance/dpa

इस बीच फीफा की नैतिकता समिति का पुनर्गठन भी किया जा रहा है. अब एक समिति मामले की जांच करेगी जबकि दूसरी इस पर सुनवाई कर सजा का ऐलान करेगी. कमेटी के अगले अध्यक्ष का नाम भी मंगलवार को घोषित किया जाना था लेकिन इसके एक सदस्य के बीमार होने की वजह से टाल दिया गया था.

इसके अलावा फीफा ने सभी 208 सदस्य देशों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि वो कोसोवो के साथ फुटबॉल मैच खेलें. 2008 में सर्बिया से अलग होकर कोसोवो ने खुद को अलग देश घोषित कर दिया था. हालांकि सर्बिया अभी भी कोसोवो को मान्यता नहीं देता है.

वीडी/एमजे (रायटर्स, डीपीए)

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