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पोंटिंग कुछ दिनों में कर लेंगे भविष्य का फैसला

२७ मार्च २०११

कप्तानी छोड़ने के लिए भारी दबाव से जूझ रहे ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने कहा है कि वो अगले कुछ दिनों में अपने भविष्य पर फैसला ले लेंगे. पोंटिंग ने ये भी कहा कि वो दगी हुई मिसाइल नहीं है.

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तस्वीर: UNI

अपने नेतृत्व में दो लगातार वर्ल्ड कप जिता चुके पोंटिंग बड़ी निराश होकर क्वार्टर फाइनल में ही बाहर हुई टीम के साथ घर लौटे हैं. 36 साल के पोंटिंग पर दबाव बढ़ रहा है और उन्होंने भी कह दिया है कि अगले कुछ दिनों में वो अपने क्रिकेट करियर के भविष्य का फैसला ले लेंगे. क्वार्टर फाइनल में पोंटिंग की सेना को भारत ने पांच विकेट से हराया. इस हार ने उन पर दबाव और बढ़ा दिया है.

दबाव का ये सिलसिला तभी शुरु हो गया जब लगातार दो एशेज सीरीज में उनकी टीम को शिकस्त झेलनी पड़ी. एक दुखद घटना और हुई कि जब पिछले दिनों आउट होने के बाद ड्रेसिंग रूम में उन्होंने अपना किट टेलिविजन की ओर उछाल दिया जिसके कारण टीवी को नुकसान पहुंचा और दुनिया भर के प्रेस में उनक आलोचना हुई. वर्ल्ड कप में आखिरी मैच को छोड़ वो कभी लय में नहीं दिखे. आखिरी मैच में भारत के खिलाफ शतक लगाकर उन्होंने आलोचकों को चुप करने की कोशिश जरूर की लेकिन मैच का नतीजा उनके पक्ष में नहीं रहा.

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तस्वीर: AP

मेलबर्न पहुंचने के बाद पत्रकारों से बातचीत में पोन्टिंग ने कहा,"पिछले कुछ हफ्तों से मीडिया में मेरे भविष्य और टीम की कप्तान के बारे में अलग अलग राय छपती रही है. पिछले हफ्ते क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और चयनकर्ताओं की राय मेरे बारे अच्छी रही है. अगले कुछ दिन मेरे लिए अहम हैं क्योंकि मुझे तय करना है कि मेरे और टीम के लिए क्या अच्छा है."

नौ सालों से ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान रिकी पोंटिंग की पिछले दिनों इस बात के लिए भी आलोचना हुई कि पाकिस्तान के खिलाफ मैच में ये जानने के बावजूद की वो आउट हैं उन्होंने क्रीज नहीं छोड़ा. अपनी ही टीम के खिलाड़ी के साथ दौड़ते हुए टकराने के बाद गुस्से से गेंद को जमीन पर फेंकना भी उनकी खीझ को दुनिया के सामने लाया. पर पोंटिंग मानते हैं कि उनमें क्रिकेट बचा हुआ है," मैं अभी भी यही सोचता हूं कि टीम को देने के लिए खिलाड़ी और कप्तान के रूप में मेरे पास बहुत कुछ है."

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः आभा एम

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