पीएम के साथ लंच नहीं करेंगे बीजेपी नेता
२३ जुलाई २०१०एक पत्रकार वार्ता में बीजेपी नेता सुषमा स्वराज और अरुण जेटली ने कहा कि उनके अलावा एलके आडवाणी और भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी को प्रधानमंत्री की ओर से लंच का प्रस्ताव मिला था. बीजेपी ने इसे स्वीकार कर लिया था. लेकिन अब इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया गया है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने लंच का प्रस्ताव ठुकराए जाने की पुष्टि कर दी है.
सुषमा स्वराज ने बताया, "हमने कल एक बैठक में लंच के लिए नहीं जाने का फैसला किया. हमने प्रधानमंत्री को इस बारे में आज सुबह सूचित कर दिया है. गुजरात में सीबीआई के गलत इस्तेमाल के विरोध में हमने यह फैसला लिया है." सुषमा स्वराज के मुताबिक आडवाणी ने सीबीआई के दुरुपयोग का मामला वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के साथ भी उठाया था लेकिन सरकार उनकी कोई बात नहीं सुन रही है.
अरुण जेटली ने सोहराबुद्दीन मुठभेड़ मामले में गुजरात के मंत्री अमित शाह को सीबीआई से समन भेजे जाने को राजनीतिक रूप से प्रेरित बताया. जेटली ने आरोप लगाया कि सीबीआई सत्ताधारी पार्टी की ही सहयोगी बन कर रह गई है. जिस समय यह समन भेजा गया है वह कांग्रेस पार्टी के राजनीतिक फायदे को ध्यान में रखकर ही चुना गया है.
गुजरात के गृह राज्य मंत्री अमित शाह मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाते हैं और समन मिलने के बाद उन्होंने सीबीआई से पेश होने के लिए समय मांगा है. हालांकि सीबीआई ने उनकी इस मांग को ठुकरा दिया है. शाह के वकील का आरोप है कि उन्हें पेश होने से पहले तैयारी के लिए बेहद कम समय दिया गया है. गुजरात पुलिस पर 2005 में सोहराबुद्दीन को फर्जी मुठभेड़ में मारने का आरोप है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: आभा एम