'पिछली बार से अच्छा प्रदर्शन करेगी बीएसपी'
१९ फ़रवरी २०१२विधानसभा के चौथे चरण के मतदान में रविवार को पोलिंग बूथ नंबर 235 पर मायावती ने वोट डालने के बाद पत्रकारों से कहा कि उनकी चुनावी रैलियों में उमड़ रही भीड़ और उसके उत्साह से उनको नया हौसला मिला है. उन्होंने हंसते हुए कहा कि वह जहां जहां जाती हैं, वहां इतनी भीड़ आ रही है जितनी इससे पहले कभी नहीं आई. इसी आधार पर उन्हें और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है.
वोट डालने के बाद मायावती चुनावी रैली को संबोधित करने फिरोजाबाद चली गईं. चौथे चरण में करीब 59 फीसदी वोट पड़े. पिछली बार 2007 में करीब 43 प्रतिशत वोट पड़े थे. मतदान पिछले चुनाव की अपेक्षा बढ़ा ज़रूर है, लेकिन मतदाताओं में पहले चरण जैसा उत्साह नहीं दिखा, जिसमें 62 प्रतिशत तक मतदान हो गया था. लखनऊ में आज 57 फीसदी वोट पड़े. शुरू में मतदान तेज़ रहा और 11 बजे तक 22 फीसदी वोट पड़े.
चौथे चरण में 11 जिलों की 56 सीटों के लिए हुए मतदान के लिए एक करोड़ 74 लाख मतदाता सूचि में दर्ज हैं. इनमें 95 लाख 83 हज़ार महिलाएं और 78 लाख 30 हज़ार पुरुष हैं. कुल 56 सीटों के लिए 967 प्रत्याशी मैदान में हैं. इनमे 875 पुरुष और 91 महिलाऐं हैं. पिछले चुनाव में इन सीटों में से बीएसपी ने 25, समाजवादी पार्टी ने 14 और बीजेपी और कांग्रेस ने सात-सात सीटें हासिल की थीं. लोकसभा चुनावो से पहले अस्तित्व में आई पीस पार्टी भी 22 सीटों पर लड़ रही है. केन्द्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी लुइस खुर्शीद, बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कलराज मिश्र, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रीता जोशी और राजा भैया के भाग्य इवीएम में कैद हो गए.
कलराज मिश्र के चुनाव क्षेत्र लखनऊ पूर्वी सीट पर ज्यादातर बूथों पर सुबह ही तेज मतदान हुआ. उसके बाद पूरा दिन धीरे धीरे ही वोट पड़े. गोमतीनगर की संस्कृत यूनिवर्सिटी में बने मतदान केंद्र पर शाम तक सन्नाटा छाया रहा. इसी तरह नरही और डाली बाग के इलाकों में भी बहुत उत्साह नहीं दिखा. रीता जोशी के कैंट क्षेत्र में तो दो मतदान केन्द्रों पर बेहद कम पोलिंग देखी गई. चन्द्र नगर में एक पीठासीन अधिकारी की ड्यूटी के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मौत भी हो गई.
प्रियंका नहीं रुकी मतदान तक
फर्रुखाबाद में कांग्रेस प्रत्याशी और केन्द्रीय कानून मंत्री की पत्नी लुईस खुर्शीद ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया है कि उन लोगों ने उन पर पथराव किया. उन्होंने कहा कि वह इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करेंगी. उनका आरोप है कि बीबी गंज के एक बूथ पर शाम पांच बजे के बाद तक मतदाताओं की लम्बी लाइन लगी हुई थी और मतदान चल रहा था. लुईस ने जब इसका विरोध किया तो बीजेपी समर्थकों ने उन पर पथराव कर दिया. उनको ज्यादा चोट नहीं आई है. गौरतलब है कि सलमान खुर्शीद फरुखाबाद संसदीय सीट से ही लोकसभा सदस्य हैं.
कांग्रेस ने 2007 के चुनाव में जो सात सीटें जीतीं थीं वे सभी अमेठी-रायबरेली की हैं. रविवार को इन दोनों जिलों की इन दस सीटों के लिए भी मतदान संपन्न हो गया. रायबरेली और अमेठी में भी 57 फीसदी मतदान हुआ. रायबरेली के मुंशी गंज में सुबह दो गुटों में झड़प के बाद पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा. उसके बाद वहां भी मतदान कम हो गया. इन दोनों जिलों में प्रचार करने आईं प्रियंका वढेरा बार बार कह रही थीं कि उन्हें हमेशा से ज्यादा मेहनत करना पड़ रही है. इससे लग रहा था कि वह लोकसभा चुनाव की तर्ज़ पर मतदान तक रुकेंगी. लेकिन चुनाव प्रचार खत्म होते ही वह वापस दिल्ली चली गई. अमेठी-रायबरेली में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की दो संसदीय क्षेत्रों में पड़ने वाली विधानसभा की दस सीटों के लिए प्रियंका ने इन दोनों जिलों में 12 दिन तक प्रचार किया. हमेशा रोड शो और जनसभाएं करने वाली प्रियंका ने इस बार 350 जनसभाएं करने के आलावा जनसंपर्क भी किया. उन्होंने दर्जनों बार कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ साथ अन्य लोगों से भी बातचीत की.
एक से दस करोड़ तक संपत्ति बढ़ी
चौथे चरण में जो प्रत्याशी मैदान में हैं उनकी संपत्तियों का आकलन उनके घोषणा पत्रों के आधार पर 'इलेक्शन वाच' ने किया तो पाया कि मौजूदा 22 विधायकों की संपत्तियां पिछले पांच साल में एक करोड़ से दस करोड़ तक बढ़ी हैं. कांग्रेस के दलमाऊ से प्रत्याशी अजयपाल सिंह की संपत्ति सबसे ज्यादा करीब 10 करोड़ 91 लाख रूपयों से बढ़ी है. सबसे कम बीएसपी के बेनीगंज से प्रत्याशी राम पाल वर्मा की जायदाद, करीब एक करोड़ सात लाख रूपये बढ़ी. चौथे चरण में बीएसपी के 56 में से 35, समाजवादी पार्टी के 33, कांग्रेस के 30 और बीजेपी के 27 प्रत्याशी करोडपति हैं. पीस पार्टी के 22 में से सात करोडपति हैं. सबसे ज्यादा संपत्ति के मालिक समाजवादी पार्टी के मानिकपुर से प्रत्याशी श्यामा चरण गुप्ता हैं जिनकी कुल संपत्ति करीब 80 करोड़ 45 लाख रूपये है. यह उनके घोषणा पत्र के आधार पर आंकी गई है.
इस चरण की 56 सीटों के लिए बीजेपी ने सबसे ज्यादा, यानी 25 प्रत्याशी ऐसे उतारे जिन पर अपराधिक मुकदमे चल रहे हैं. बीएसपी ने 18 और समाजवादी पार्टी ने 11 प्रत्याशी अपराधिक छवि वाले उतारे हैं. पीस पार्टी के भी 22 में से सात प्रत्याशी ऐसे ही हैं.
रिपोर्ट : सुहैल वहीद, लखनऊ
संपादनः मानसी गोपालकृष्णन