'पाकिस्तान और भ्रष्टाचार से दुखी हैं भारतीय'
२२ अक्टूबर २०१०ग्लोबल एटीट्यूड प्रोजेक्ट के तहत कराए गए सर्वे में कहा गया है कि 58 फीसदी भारतीय मानते हैं कि पाकिस्तान सरकार और आतंकवादी संगठनों के बीच साठगांठ हैं. सर्वे करने वाली संस्था प्यू रिसर्च के मुताबिक, ''एक तिहाई भारतीय पाकिस्तान को सबसे बड़ा खतरा मानते हैं. ज्यादातर भारतीयों को लगता है कि लश्कर ए तैयबा और पाकिस्तान सरकार के बीच मिलीभगत है. सिर्फ 21 प्रतिशत भारतीयों को लगता है कि पाकिस्तान सरकार आतंकवादी संगठनों के साथ नहीं है लेकिन उन्हें बर्दाश्त करती है.''
सर्वे में युद्ध के उन्माद का जिक्र भी किया गया है. सर्वे कहता है, ''अगर पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन भारत में कोई और बड़ा हमला करते हैं तो वे पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सेना की कार्रवाई का समर्थन करेंगे.'' यह बात काफी चौंकाने वाली है. दोनों देश जानते हैं कि ऐसी स्थिति युद्ध को जन्म देगी. भारत और पाकिस्तान दोनों परमाणु हथियारों से लैस हैं.
सर्वे में भारत के 2,254 वयस्कों की राय ली गई. इसमें कई अन्य बातें भी सामने आईं. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की लोकप्रियता भले ही अमेरिका में कम हुई हो, लेकिन भारत में वह अच्छी छवि में बने हुए हैं. 70 फीसदी भारतीयों का मानना हैं कि उन्हें ओबामा पर भरोसा है.
57 फीसदी भारतीयों का मानना है कि देश की अर्थव्यवस्था अच्छी स्थिति में है. लेकिन सर्वे में हिस्सा लेने वाले ज्यादातर भारतीयों ने माना कि भ्रष्टाचार और अपराध की वजह से देश की बुरी दशा है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: वी कुमार