पहले दौर में बंपर वोटिंग
७ अप्रैल २०१४प्रतिबंधित संगठन उल्फा का सोमवार को ही स्थापना दिवस था, जिसे लेकर सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए थे. राज्य में मतदान के दौरान पहली बार फोटो पहचान पत्र दिखाने के बाद मतदाताओं को वोट डालने की अनुमति दी गई. हालांकि जिन लोगों के पास मतदाता पहचान पत्र नहीं थे उन्हें दूसरे पहचान संबंधी दस्तावेज प्रस्तुत करने के बाद ही मत देने की अनुमति दी गई.
मतदान प्रक्रिया औपचारिक तौर पर शाम पांच बजे समाप्त हो गई लेकिन जो लोग इस समय पंक्तियों में थे उन्हें उनकी बारी आने तक का समय दिया गया. इसके बाद मतदान प्रतिशत में और इजाफा हो सकता है. कुछ स्थानों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में तकनीक खामी के बाद कुछ समय तक रुकावट हुई लेकिन बाद में इसे ठीक कर लिया गया.
समझा जाता है कि पहले चरण में वोटिंग वाली कुछ जगहों पर दोबारा वोटिंग कराई जाएगी. हालांकि इन बूथों के बारे में बाद में जानकारी दी जाएगी. पहले चरण के मतदान के दौरान कहीं से हिंसा या किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं आई. चुनाव आयोग ने सुरक्षा मद्देनजर ही मतदान नौ चरणों में कराने का फैसला किया है. वोटों की गिनती 16 मई को होगी.
डिब्रूगढ़, जोरहाट, कालियाबोर, तेजपुर और लक्ष्मीपुर संसदीय क्षेत्रों में चुनाव लड़ रहे 51 उम्मीदवारों का भाग्य आज मतपेटियों में बंद हो गया
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने असम और त्रिपुरा में मतदान की जानकारी देते हुए बताया कि असम में पांच लोकसभा सीटों के लिए शाम छह बजे तक मतदान की समाप्ति पर 75 प्रतिशत तक मतदान होने का अनुमान है. मतदान केंद्रों पर देर शाम तक लोगों की लाइन लगी रही.
अधिकारियों ने बताया कि पिछले लोकसभा चुनाव में अमस में 69.6 प्रतिशत मतदान हुआ था. इसी तरह त्रिपुरा में इस बार पिछले चुनाव से अधिक मतदान हुआ.
इस बीच, नगालैंड की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए चुनाव प्रचार समाप्त हो गया. इस सीट के लिए नौ अप्रैल को मतदान सुबह सात बजे शुरू होगा और चार बजे तक चलेगा.
इस सीट पर कांग्रेस के केवी पूसा, डेमोक्रेटिक अलायंस आफ नगालैंड (डीएएन) के सर्वसम्मति से उम्मीदवार नेफियो रियो और सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) के अखेई अछुमी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
एजेए/एमजे (वार्ता)